आरआर ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल स्कूल मधेपुरा के प्रबन्ध निदेशक राजेश कुमार राजू ने कहा कि आज हम सब को बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए. बाबा साहब ने शिक्षा को अपना हथियार बनाया और और विश्व का सबसे बड़ा संविधान लिख डाला. कम सुविधा के बावजूद अपनी पढ़ाई और लगन से पूरे विश्व को अपनी ज्ञान के बल पर सब ने उनका लोहा माना. हम सब को समाज में सब के साथ एक समान व्यवहार करना चाहिए.
वहीं स्कूल के बच्चों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रही थी. सभी वर्गों में बाबासाहब की आत्मकथा सुनाई गई. बच्चों को इसका भरपूर लाभ मिला. डॉ भीमराव अम्बेडकर को हमारे देश में एक महान व्यक्तित्व और नायक के रुप में माना जाता है तथा वे लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं. बचपन में छुआछूत का शिकार होने के कारण उनके जीवन की धारा पूरी तरह से परिवर्तित हो गयी. जिससे उन्होंने अपने आपको उस समय के उच्चतम शिक्षित भारतीय नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया और भारतीय संविधान के निर्माण में अपना अहम योगदान दिया. भारत के संविधान को आकार देने और के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर का योगदान सम्मानजनक है. उन्होंने पिछड़े वर्गों के लोगों को न्याय और समानता का अधिकार दिलाने के लिए अपने जीवन को देश के प्रति समर्पित कर दिया.

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