मधेपुरा जिले के पुरैनी थाने में मृत व्यक्ति के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हुआ है. 1 मार्च को लिखे गए इस मुकदमे में मृत मोहम्मद मुन्ना सहित पांच नामजद अभियुक्त बनाए गए हैं. यह बात सुनकर मोहम्मद मुन्ना के परिजनों के होश उड़ गए. वह मृतक के खिलाफ मुकदमे की एफआईआर और मृत्यु प्रमाण पत्र की कॉपी लेकर अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काटने लगे. इसके पूर्व हकीकत से सामना करवाने के लिए वह सारे प्रमाण पत्र के साथ थाने जा चुके हैं लेकिन पुलिस उनकी सुनने को तैयार नहीं है. अब इसमें गलती पुलिस की है या शिकायतकर्ता की, या दोनों की यह समझ पाना मुश्किल हो गया है.
मधेपुरा के पुरैनी थाने में 1 मार्च 2022 को एक मुकदमा लिखा गया. इस मुकदमे में शिकायतकर्ता मोहम्मद आसिन, निवासी दीवान टोला चंदा की ओर से मो. मुन्ना पिता मोहम्मद सहीम निवासी दीवान टोला चंदा सहित 5 के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. वहीं मोहम्मद मुन्ना के खिलाफ मुकदमे की बात जब उनके परिजन को पता चला तो वे हैरत में पड़ गए. उनके भाई मोहम्मद चुन्ना के तरफ से पुलिस को बताया गया कि मोहम्मद मुन्ना की मौत वर्ष 2011 में ही हो चुकी है. पंजीकरण तारीख 14 सितम्बर 2011 को नगर निगम गाजियाबाद की ओर से मोहम्मद मुन्ना का मृत्यु प्रमाणपत्र बना है.
इस मुकदमे की एक अहम बात यह भी बताई गई कि शिकायतकर्ता और आरोपियों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. पुरैनी थाना अध्यक्ष दीपक चंद्र दास ने बताया कि वादी के आवेदन पर केस दर्ज किया गया है. जमीन का विवाद चल रहा है.
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