इस अवसर पर कोचिंग के संचालक नवीन कुमार ने नेहरू के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश की एकता को कायम रखने एवं विकास के रूप में नेहरू ने जो अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, भारतवासी उसे कभी नहीं भूल सकते हैं. आजादी के तुरंत बाद देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद नेहरू ने अपनी दूरदर्शिता का परिचय देते हुए कई सारे कारखाना, अस्पताल एवं शैक्षणिक संस्थान खोलकर देश को प्रगति के रास्ते पर लाने का काम किया.
साथ ही जीटीपी के सह-संचालक ब्रजेश राजधान ने कहा कि नेहरू भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में काफी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिये थे. सन 1929 में रावी नदी के तट पर पहली बार तिरंगा झंडा फहरा कर अंग्रेजों को अपने नीतियों में परिवर्तन लाने पर मजबूर कर दिया था. नेहरू को बच्चे से बहुत ही स्नेह रहता था, इसलिए बच्चें उन्हें प्यार से "चाचा नेहरू" कह कर पुकारते थे. अक्सर वे अपने कार्यक्रम में बच्चों से मिलना पसंद करते थे.
आज भाषण प्रतियोगिता में उत्कृष्ट छात्रों को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर वरीय शिक्षक तेजनारायण बाबू,अरुण यादव, मिथिलेश कुमार, राजेश सिंह, रतन कुमार, चंद्रहास कुमार, विकास शर्मा, डेविस राज एवं सैकड़ों छात्र-छात्रा उपस्थित थे.
(नि. सं.)
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