जी हाँ, उक्त बातें पटना IGIMS के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने अपने मधेपुरा स्थित पैतृकआवास पर मधेपुरा टाइम्स से खास बातचीत में कही. उन्होंने कहा कि बिहार का पहला अस्पताल होगा IGIMS जहाँ रोबोटिक सर्जरी के दिशा में कदम उठाया जा रहा है. हालाँकि इस दिशा में काफी तेजी से आधारभूत संरचना को लेकर कार्य किया जा रहा है. सभी तरह के सिस्टम इनस्टॉल हो रहे हैं. अब बिहार के लोगों को एक अच्छी सुविधा मिलेगी ताकि किसी भी सीरियस मरीजों को पटना से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, साथ ही उन्होंने कहा कि इस दिशा में हम लोगों ने कार्य प्रारंभ कर दिया है. इसे व्यवस्थित होने में लगभग और 06 माह का समय लगेगा.
उन्होंने कहा कि मुझे उमीद हीं नहीं पूरा भरोसा है कि अगले वर्ष 2022 में यह सुविधा लोगों को मिलने लगेगी. सरकार और स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर बिहार के लोगों को मेडिकल सुविधा देने हेतु कटिबद्ध है. वहीं अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि हमारे यहाँ पहले से आँख, कान, आदि जैसे कई तरह के ट्रांसप्लांट की समुचित व्यवस्था है और निःशुल्क ट्रांसप्लांट किया जाता है लेकिन अब किडनी ट्रांसप्लांट की भी उचित व्यवस्था कर दी गयी है जो हर किसी को जानकारी नहीं है. इन ट्रांसप्लांट की खर्चे भी सरकार खुद उठाती है लेकिन इसके लिए मरीजों को आवश्यक दस्तावेज जमा करने की जरुरत पड़ती है.
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