लेख का विषय था "राष्ट्रीय विकास में हिंदी भाषा का योगदान" जिसमें छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया. सभी बच्चों ने अपने-अपने विचार बेहतर तरीके से लिखा. उत्कृष्ट छात्रों को संस्था के संचालक नवीन कुमार ने सम्मानित किया. सभा को संबोधित करते हुए नवीन कुमार ने कहा कि इस तरह के प्रतियोगिता से बच्चों में लेखन क्षमता का विकास होता है.
इस अवसर पर कोचिंग सह-संचालक ब्रजेश कुमार ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 14 सितंबर 1949 को ही हिन्दी को राज्य भाषा के रूप में स्वीकार किया गया था. भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में हिन्दी भाषा को रखा गया है. हिंदी भाषा भारत जैसी बहुभाषी देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाली भाषा है. हिन्दी भाषा सबसे सरल और सहज है. जिसमें सभी भारतीय आसानी से एक दूसरे से अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं. पिछले दशक से विदेशी छात्रों में भी हिंदी भाषा सीखने की ललक बढ़ी है. हिन्दी आज दुनिया में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन गई है.
(नि. सं.)
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