मधेपुरा व्यवहार न्यायलय परिसर में शनिवार ११ सितम्बर आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला जज के नेतृत्व में आठ हजार उन्नीस लंबित मामलों का निष्पादन सुलह के आधार पर कराया गया। वही तीन करोड़, चौतीस लाख, सैंतीस हजार, दो सौ पैतीस रुपये वसूली भी की गई।
जिला जज व सचिव |
मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज रमेश चन्द मालवीय मामलों के निष्पादन के लिए गठित बेंचो का बारी बारी से निरीक्षण कर ज्यादा से ज्यादा मामलों के निष्पादन के लिये काफी सक्रिय रहे। उन्होने लोक अदालत में दूर दराज से आये पक्षकारों से बात कर सम्बन्धित बेंच में तैनात अधिकारी को आवश्यक निर्देश देते पक्षकारों को हर सम्भव सहायता मुहैय्या कराने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि आज के इस भाग दौड़ की जिंदगी में किसी भी तरह के सुलहनीय व लम्बित मामलों के निष्पादन के लिये एक बेहतरीन मंच है। यहां किसी भी तरह के आपराधिक, दीवानी, राजस्व, बिजली, पानी,उपभोक्ता, दुर्घटना बीमा सहित अन्य सुलहनीय मामलों का त्वरित और निःशुल्क निष्पादन सम्भव है। उन्होंने लोगों को लोक अदालत के महत्व से भी रूबरू कराया।
लोगों को सुनतेएसबीआई अधिकारी |
मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह एडीजे कुमार माधवेन्द्र भी पक्षकारो की हर समस्या को सुनकर उसे निष्पादित करने को लेकर बेंच में तैनात अधिकारियों निर्देश देते दिखे।उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार की जिला इकाई के मेहनत और लगन से ही हजारों लम्बित मामले का निष्पादन सम्भव है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय लोक अदालत में तैनात सभी न्यायिक अधिकारी और न्यायिक कर्मियों को दिया।
बैंको के मामले का टेबुल |
राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता और ज्यादा से ज्यादा लम्बित मामलों का निष्पादन के लिये छः बेंचो का गठन किया गया था। जिसमे पहले बेंच में एम ए सी टीऔर फैमिली से जुड़े मामलों को एडीजे विनय प्रकाश तिवारी और देवानन्द मिश्रा देख रहे थे। द्वितीय बेंच में स्टेट बैंक सहित बिजली से सम्बंधित मामलों को एडीजे निशिकांत ठाकुर और जेएम श्लिकुर रहमान निबटा रहे थें। तृतीय बेंच में एडीजे विद्या प्रसाद और जेएम प्रमोद कुमार यूबीजीबी, सेंट्रल बैंक सहित अन्य बैंको के मामलो को देख रहे थे। चतुर्थ बेंच में एसीजेएम तेज प्रताप सिंह और जेएम लक्ष्मीकांत सभी तरह के सुलहनीय मामलों को निबटा रहे थे। पांचवे बेंच में एसीजेएम अनूप सिंह और जेएम सुरभि श्रीवास्तव एनआई एक्ट सहित सिविल से जुड़े मामलों को देख रहे थे। छ्ठे बेंच में जेएम मंजूर आलम और कुमारेश टेलीफोन, श्रम, मापतौल, वन विभाग सहित अन्य आपराधिक मामले का निष्पादन कर रहे थे।
हेल्प डेस्क |
लोक अदालत में पक्षकारों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क भी बनाया गया था जहाँ प्रोबेशनरी सिविल जज मनीष चन्द्र पारा लीगल वोलेंटियर की टीम के साथ दिन हर लोगों की मदद करते रहे.
(नि. सं.)
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