भ्रमण के क्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल के चीफ सीपी चंदन ने श्रीनगर थाना कांड संख्या 19/25 के तहत हत्या मामले में बंद एक कैदी से मुलाकात की, जिसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति चिंताजनक पाई गई। चंदन ने बताया कि कैदी मानसिक रूप से कमजोर प्रतीत हो रहा है। उसका बायां हाथ निष्क्रिय है, जिससे कोई गतिविधि नहीं कर पाता है। वह कुछ कहना चाहता है, लेकिन बोलने में भी असमर्थ है। जेल फार्मासिस्ट के अनुसार शुरुआत में उसकी स्थिति सामान्य थी, लेकिन धीरे-धीरे उसका व्यवहार असामान्य होता गया। अब वह न तो अपने हाथ से खाना खा पाता है, न दवाई ले पाता है और न ही अपने कपड़े स्वयं पहन पाता है। उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। इस कैदी को न सिर्फ चिकित्सा की, बल्कि पारिवारिक और भावनात्मक सहयोग की भी आवश्यकता है। पहले जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज और फिर पीएमसीएच में उसका इलाज कराया गया, परंतु डॉक्टरों की ओर से दी गई दवाओं का उस पर कोई असर नहीं दिख रहा है। उसे उच्च स्तरीय चिकित्सकीय जांच और उपचार की आवश्यकता है, ताकि समय रहते उसकी स्थिति को सामान्य किया जा सके। उन्होंने बताया कि देखने से यह नाबालिग बालक प्रतीत होता है।
सीपी चंदन ने संबंधित अधिकारियों से इस मामले को गंभीरता से लेने और उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही है। इस दौरान डिप्टी चीफ एलएडीसीएस त्रिपुरारी कुमार सिंह, जेलर शैलेन्द्र गोस्वामी समेत अन्य जेलकर्मी मौजूद रहे।
(नि. सं)

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