मधेपुरा के शिक्षा विभाग में थमने का नाम नहीं ले रही रिश्वतखोरी, इन दिनों रिश्वतखोरी को लेकर सुर्खियों में है मधेपुरा.
दरसअल सूबे में शिक्षा व्यवस्था रिश्वतखोरी को लेकर बदनाम और बे-लगाम हो चुकी है. खासकर इस मामले में इन दिनों मधेपुरा सुर्ख़ियों में है और जिले की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से बदनाम हो चुकी है. मानो जैसे शिक्षा विभाग में रिश्वतखोरों का जमावड़ा लगता जा रहा है. जिले में रिश्वतखोरी की चर्चा खुलेआम हो रही है.
जी हाँ इससे पूर्व मुरलीगंज के बीईओ सूर्य नारायण यादव ने आरोप के मुताबिक़ शिक्षक बनाने के नाम पर 8 से 10 लाख की रिश्वत मांगी थी, जिसका ऑडियो भी वायरल हो गया था और इस मामले में सूबे के शिक्षा मंत्री ने बीइओ श्री यादव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. हालाँकि यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि इधर और एक शिक्षक के रिश्वत मांगने का एक ऑडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो में शिक्षक छात्रों से डीएलएड पास प्रमाण पत्र के एवज में रिश्वत मांग रहे हैं जिसका ऑडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. मधेपुरा टाइम्स इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है, ये जाँच का विषय है.
वहीं शिक्षा विभाग अपनी किरकिरी होते देख मधेपुरा के डीईओ विरेन्द्र नारायण ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी शिक्षक से पहले स्पष्टीकरण पूछने का दावा किया है और बाद में कार्रवाई करने का भरोसा भी दिलाया है. साथ ही ऐसे लोगों पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए विभागीय कार्रवाई की भी बात कही है.
मामला मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड अंतर्गत विजया स्मारक प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या विद्यालय के शिक्षक सह एनआईओएस के कोऑर्डिनेटर प्रवीण कुमार राम से जुड़ा है. बता दें कि प्रवीन कुमार राम मोबाईल से फोन करके डीएलएड पास प्रत्येक छात्रों से पांच सौ रुपये लेकर प्रमाण पत्र लेने के लिए बुला रहे हैं. जिसका ऑडियो तेजी से मधेपुरा में वायरल हो रहा है. इतना ही नहीं शिक्षक प्रवीण कुमार राम खुलेआम छात्रों को धमकाते हुए कहते हैं कि बगैर पांच सौ रुपये दिए मूल प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा. जबकि मूल प्रमाण पत्र निःशुल्क और कैम्प लगाकर देने का प्रावधान है.

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