इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि संबद्ध डिग्री महाविद्यालय का घटना अनुदानित अनुभूतिकरण करने, समता के आधार पर समान काम के बदले समान वेतन देने, 2009 से 10 वर्षों का वेतन मद का बकाया, सहायक अनुदान राशि का बढ़े हुए महंगाई दर से एकमुश्त भुगतान करने, कोरोना संक्रमण से मृत शिक्षा कर्मियों के आश्रितों को दस-दस लाख रुपया मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने, महाविद्यालय के आंतरिक स्रोत से आमदनी की 70% राशि शिक्षाकर्मी को भुगतान सुनिश्चित करने सहित 9 सूत्री मांगों को पूर्ति के लिए बिहार राज संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर शिक्षाकर्मी चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.
वहीं उन्होंने बताया 24 जुलाई को विश्वविद्यालय मुख्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे. 30 जुलाई को बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे. 30 जुलाई को विधानसभा घेराव के बाद भी मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में शिक्षा मंत्री एवं जनप्रतिनिधियों के आवास का घेराव किया जाएगा. राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला सहायक अनुदान राशि वेतन मद है और 8 साल से बकाया रहने के कारण शिक्षाकर्मी की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है और शैक्षणिक माहौल पर बुरा असर पड़ रहा है.
मौके पर प्रोफेसर ललन कुमार, प्रोफेसर भुवनेश्वरी प्रसाद यादव, सुभाष यादव, देवेंद्र कुमार, डॉ अनन्त कुमार आदि एवं सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे.

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