मालूम हो कि बिहार सरकार को शराब बन्दी कानून लगाए वर्षों बीत गए तथा पुलिस प्रशासन के द्वारा लाखों लीटर शराब जब्त कर नष्ट कर दिया गया. इस कानून की धज्जियां उड़ाने वाले हजारों लोगों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है लेकिन लोग उस कानून की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं. बिहार में शराब बंदी कानून के साथ शराब तस्करों के सदात आंख मिचौली का खेल चल रहा है. कहने को शराब दिखती कहीं नहीं है लेकिन मिलती हर जगह है. यह खेल पूरे बिहार में चल रहा है. पुलिस प्रशासन लगातार छापेमारी कर शराब बरामद कर उस को नष्ट कर देते हैं तथा तस्कर सलाखों के पीछे भी भेजे जाते हैं लेकिन तस्कर हैं कि इस धंधे से बाज नहीं आते.
ताजा मामला में बताया कि बीती रात रविवार को चौसा पुलिस को सूचना मिली कि खोखन टोला में कुछ लोग शराब खरीदने और बेचने का कार्य कर रहे हैं. चौसा पुलिस प्रशासन को सूचना मिलते ही चौसा थाना अध्यक्ष रविश रंजन ने एक छापेमारी टीम का गठन किया, जिसमें अवर निरीक्षक सुरेश कुमार पासवान, रणवीर कुमार, पुलिस बल राजदेव राम, महेंद्र रजक, बिंदेश्वरी महतो, भरत लाल यादव, महिला सिपाही कुमारी रीता मौर्या, ग्रामीण पुलिस बैंगों पासवान, राजेश पासवान, मृत्युंजय कुमार को शामिल कर छापेमारी के लिए चौसा पुलिस रवाना हुई. खोखन टोला के कथित स्थान पर पुलिस के पहुंचते ही दो लोग भागने लगे जिसे पुलिस ने खदेड़ कर गिरफ्तार किया. गिरफ्तार करने पर खोखन टोला निवासी तबरेज आलम, विनोद कुमार के रूप में पहचान की गई. गिरफ्तार करने के बाद जब पूछताछ किया गया तो मौके पर एक चाय पत्ती के झोला में मेक ड्वेल नंबर वन की 7 बोतल एवं रॉयल चैलेंज विदेशी शराब की 750 ml की 4 बोतल यानी 8 लीटर 250 मिली लीटर शराब बरामद किया गया.
थाना अध्यक्ष रवीश रंजन ने आज सोमवार को चौसा थाना में बताया कि मामले को चौसा थाना कांड संख्या 67 में भा.द.वि. की 272,273,30 ए बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम 2016 के तहत मामला दर्ज किया गया और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया.

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