मालूम हो कि अभी लोग कोरोना महामारी से कांप रहे हैं और सब की नजर स्वास्थ्य विभाग पर गड़ी हुई है क्योंकि वही एक जगह है जो कोरोना जांच से लेकर इलाज तक कर लोगों की जिन्दगी बचा रही है. ऐसे में एक स्वास्थ्य कर्मी द्वारा दूसरे स्वास्थ्य कर्मी के ऊपर घिनौना आरोप लगाना शर्म की बात है.
उक्त मामला चौसा सामुदायिक प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र का है जहाँ एक आशा कार्यकर्ता ने स्वास्थ्य केन्द्र के कर्मचारी अमर कुमार पर आरोप लगाते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ज्ञानरंजन को आवेदन देते हुए लिखा है कि बीते 16 मई को हम सुबह 6 बजे प्रसव के लिए एक महिला को हॉस्पिटल लाए थे, जिसकी इंट्री के लिए आधार कार्ड और बैंक पासबुक पेसेंट घर पर ही भूल गई थी. उस समय ड्यूटी पर मुकेश कुमार नाम का कर्मचारी मौजूद था और हमने पेसेंट के परिजनों को आधार और पासबुक लाने उसको कहा और जब तक लेकर आया तो ड्यूटी बदल गया था, उस जगह अमर कुमार ड्यूटी करने लगे. मैनें परिजन को अमर कुमार के पास भेजा कि जाइये इंट्री करवा लीजिए. अमर ने उनसे पूछा कि कौन आशा का है उसने मेरा नाम बताया तो उसने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए इंट्री करने से मना कर दिया. पुनः मैं भी गई तो मेरे साथ भी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया तथा मुझे धक्का-मुक्की कर छेड़खानी करने लगा.
इस बावत जब कर्मचारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सारा इल्जाम बेबुनियाद है. इस तरह का कोई बात नहीं है. एक तो जिस समय की घटना बताई जा रही है उस समय हमारी ड्यूटी ही नहीं थी लेकिन मैं जब वहां पर मौजूद था तो स्वास्थ्य केंद्र के कई कर्मचारी मेरे आस-पास थे. यह किसी दूसरे आदमी के बहकावे में आकर इस तरह का बयान दे रही है. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ज्ञान रंजन ने बताया कि आशा के द्वारा आवेदन दिया गया है.
वहीं आज अंचलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, थाना के एएसआई प्रदीप कुमार के साथ इस संबंध में बैठक की गई तथा स्वास्थ्य कर्मी अमर कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया है. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी. कुछ लोगों की मंशा है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बदनाम करने की. अभी लोगों को कोरोना से लड़ने की जरूरत है ना की इस तरह आपस में एक दूसरे पर इल्जाम लगाने की.
इस अवसर पर कई आशा कार्यकर्ता ने कहा कि अगर इस तरह का रवैया रहा तो हमलोगों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्य करना मुश्किल हो जाएगा. इस तरह के लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

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