ज्योतिंद्रनाथ सिंह के परिवार के सदस्यों ने घटना के विषय में बताया कि आज 5:00 बजे जब लोगों ने पूजा अर्चना के लिए मंदिर का द्वार खोला तो मंदिर से मां श्यामा की मूर्ति गायब थी. पहले तो घर के सदस्यों ने अगल-बगल पिछवाड़े में खोजबीन की तो घर के पीछे घोड़े के पैरों के चिन्ह पाए गए. तब इस आशय की सूचना मुरलीगंज थाने को दी गई.
वहीं परिवार के सदस्यों ने बताया कि इस मंदिर के द्वार पर कभी ताला नहीं लगा है एवं मंदिर की पूजा अर्चना डेढ़ सौ वर्षों से परिवार के सदस्य ही करते आए हैं. मूर्ति के बारे में जानकारी देते हुए परिवार के सदस्य वीरेंद्र सिंह एवं अनूप सिंह ने बताया कि इस मूर्ति की कीमत आज एक करोड़ से कम नहीं आकी जा सकती.
घटना के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि देर रात काफी कुहासा लगा हुआ था और चोरों द्वारा घर के पश्चिमी हिस्से जहां से खेत खलिहान और रेलवे की ओर जाने वाले रास्ते हैं वहीं से चोरों ने बांस बत्ती के लगे टट्टी को काटकर अंदर प्रवेश किया और शायद वे लोग घोड़े के सहारे आए थे क्योंकि घर के पश्चिमी हिस्से में घोड़े के पैरों के निशान है. सवेरे सूचना के उपरांत मुरलीगंज थानाध्यक्ष किशोर कुमार ने पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू की.
वहीं मामले में थाना अध्यक्ष किशोर कुमार दिन के 3:00 बजे डॉग स्क्वायड टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर डॉग स्क्वायड की निशानदेही पर पीछे-पीछे रेलवे ढाले तक गए, पुनः उसके बाद डॉग स्क्वायड के अधिकारियों ने बताया कि आगे डॉग नहीं जा रहा है क्योंकि लोगों की आवाजाही बहुत ज्यादा हुई है.
थानाध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि आवेदन के आलोक में मुरलीगंज थाना कांड संख्या 381/20 दर्ज कर ली गई है. अनुसंधान किया जा रहा है, अनुसंधान के कई तरीके अपनाए जा रहे हैं. पहला तरीका डॉग स्क्वायड था जिसके तहत काम किया गया एवं अन्य तरीकों पर काम किया जा रहा है.
मौके पर ज्योतिंद्र नारायण सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, शंकर सिंह, गजेंद्र पासवान, कैलाश सिंह, प्रीतम कुमार सिंह, रवि सिंह, राजेश पासवान, विकास सिंह, विद्यानंद, भुपेंद्र पासवान, सत्यम कुमार सिंह, अंकित सिंह, मनोज सिंह, अनूप कुमार उर्फ छोटू सिंह, मुकेश कुमार सिंह, कुंदन कुमार आदि मौजूद थे.

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