जिंदा को मृत बताकर बंद कर दी वृद्धावस्था पेंशन

मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र के भतरंधा परमानपुर पंचायत के औराही गांव वार्ड नं 03 निवासी एक वृद्ध कुशेश्वर दास को मृत घोषित कर सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली उसकी वृद्धावस्था पेंशन को बंद करने का मामला सामने आया है. 

वृद्ध को मृत बताकर ही उसकी पेंशन बंद कर दी गई है. ढेर वर्ष पहले बंद हुई पेंशन के लिए वह खुद को जिंदा बताकर अधिकारियों से गुहार करता आ रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. 

शनिवार को जब मधेपुरा टाइम्स संवाददाता ने वृद्ध की पीड़ा जानी तो वृद्ध का कहना था कि मैं जिंदा हूँ, मुझे पेंशन दिलवा दो. वृद्ध ने बताया कि सब अलग हो गए हैं वह अकेला ही पेंशन की राशि से गुजर बसर कर रहा है. डेढ़ वर्ष से पेंशन की राशि नहीं आने से वृद्ध परेशान है और आसपास के लोगों की मदद से गुजारा कर रहा है. 

2013 में स्वीकृत हुई थी पेंशन

औराही निवासी 83 वर्षीय कुशेश्वर दास की डेढ़ वर्ष पूर्व अचानक पेंशन बंद कर दी गई. कारण बताया गया है कि उसकी मृत्यु हो गई है. जबकि पीड़ित, अधिकारियों के चक्कर लगाकर अपने जीवित होने का प्रमाण देता आ रहा है. कुशेश्वर दास के पोते ने बताया कि उसे सरकार द्वारा 2013 से पेंशन का लाभ मिल रहा था, लेकिन लगभग 2 वर्ष से जिंदा को मृत घोषित कर उसे पेंशन योजना के लाभ से वंचित कर दिया गया. प्रखंड कार्यालय में कई बार चक्कर लगाया लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी. कोरोना महामारी के कारण सब उसे टरका देते हैं. 

वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीत कुमार से पूछे जाने पर बताया कि जांच करवा लेता हूं, यदि जबरदस्ती नाम काटा गया है तो संबंधित कर्मी के ऊपर  कार्रवाई की जाएगी. इस मामले की जांच कराकर शीघ्र ही पेंशन शुरू करवा दी जाएगी.



जिंदा को मृत बताकर बंद कर दी वृद्धावस्था पेंशन जिंदा को मृत बताकर बंद कर दी वृद्धावस्था पेंशन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 11, 2020 Rating: 5

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