मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय के मुख्य बाजार जहां हल्की सी बारिश होने के बाद भी जल जमा हो जाती है और यह जलजमाव महीनों से चली आ रही है.
जिससे आमजन, जनता, दुकानदार तथा सरकारी कर्मी को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि जिस जगह पानी जमा होती है वहां पर बिहार सरकार का सरकारी कार्यालय राजस्व कचहरी मौजूद है. उसके भी रूम तक यह बारिश का पानी जमाव रहता है. जिसकी वजह से कर्मचारी भी ऑफिस नहीं आते हैं और किसान राजस्व भुगतान करने से परेशान रहते हैं. पानी ज्यादा दिन रहने से बदबू करने लगता है जिस से संक्रमण होने की आशंकाएं बनी रहती है लेकिन इस पानी के निदान के लिए कोई भी जन प्रतिनिधि या प्रशासन सजग नहीं है.
आज आसपास के दुकानदार श्रीकांत मेहता, छत्तीस मेहता, मोहम्मद अफाक, मोहम्मद मुरताज ,मोहम्मद इस्लाम, मोहम्मद असलम, सुरेश प्रसाद मोदी, टुनटुन कुमार साह, आसिफ, प्रेम सुंदर गुप्ता,अब्दुल कादिर, शशि कुमार ने विरोध प्रदर्शन किया तथा दुकानदारों से कहा कि इसका अगर निदान नहीं निकलता है तो आगे हम लोग उग्र विरोध प्रदर्शन करेंगे. जबकि इसी के आस पास राजस्व कार्यालय के अलावा कांग्रेस ऑफिस, गांधी पुस्तकालय, मौजूद है और इस पानी का मुख्य कारण मार्केट के पीछे बना तालाब है जिसमें चारों तरफ बसे लोगों के रोजमर्रा की पानी उसी तालाब में आकर गिरता है और मार्केट में कहीं भी नाला निर्माण का कार्य नहीं हुआ है, जो भी नाला है उस का भी पानी इसी तालाब में गिरता है. जिससे हल्की बारिश में भी जलमग्न हो जाता है. तालाब का दूषित पानी मुख्य बाजार के सड़कों पर पहुँच जाता है.

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