बिहार राज्य संविदा कर्मी महासंघ एवं बिहार राज कार्यपालक सेवा संघ बिहार पटना के आह्वान पर मधेपुरा जिले के सभी विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों ने तीन दिवसीय अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है.
संघ के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि सरकार अपने किए हुए वादे से मुकर रही है. संविदा कर्मियों का शोषण सरकार के द्वारा लगातार जारी है. वहीं संघ के पूर्व उपाध्यक्ष श्याम कुमार ने बताया कि उच्च स्तरीय कमेटी के रिपोर्ट के बावजूद भी हम सभी कार्यपालक सहायकों को किसी प्रकार की सुविधा सरकार द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.
उनके द्वारा बताया गया कि कार्यपालक सहायक पिछले 10 वर्षों से बिहार सरकार के कार्यालयों में चाहे वह समाहरणालय हो, प्रखंड मुख्यालय हो या पंचायत मुख्यालय हो हर जगह अपना कंप्यूटर प्रिंटर और इंटरनेट के साथ कार्य कर रहे हैं और कुछ कार्यालय में कार्टेज और पेपर का भी खर्च कार्यपालक सहायक स्वयं वहन करते हैं. जिस कारण सरकार किसी भी योजना को पारदर्शी तरीके से लागू कर पाती है और जनता के समक्ष सरकार अपनी वाहवाही लूटती है लेकिन सरकार के द्वारा बदले में हम कार्यपालक सहायक को अल्प मानदेय के साथ-साथ शोषण एवं लगातार हीन भावना से देखा जाता है.
अपने आप को बिहार के विकास पुरुष कहने वाले हमारे माननीय मुख्यमंत्री महोदय कार्यपालक सहायक का लगातार शोषण करते आ रहे हैं. माननीय उपमुख्यमंत्री के द्वारा संविदा कर्मियों के हित के लिए सड़क से सदन तक आंदोलन करने की बात तक कही गई थी लेकिन पता नहीं सत्ता मिलते ही इन लोगों ने संविदा कर्मियों के हित के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाए. इसलिए बाध्य होकर सभी संविदा कर्मी के साथ-साथ हम सभी कार्यपालक सहायक 01-09- 2020 से 03-09-2020 तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.

संघ के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि सरकार अपने किए हुए वादे से मुकर रही है. संविदा कर्मियों का शोषण सरकार के द्वारा लगातार जारी है. वहीं संघ के पूर्व उपाध्यक्ष श्याम कुमार ने बताया कि उच्च स्तरीय कमेटी के रिपोर्ट के बावजूद भी हम सभी कार्यपालक सहायकों को किसी प्रकार की सुविधा सरकार द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.
उनके द्वारा बताया गया कि कार्यपालक सहायक पिछले 10 वर्षों से बिहार सरकार के कार्यालयों में चाहे वह समाहरणालय हो, प्रखंड मुख्यालय हो या पंचायत मुख्यालय हो हर जगह अपना कंप्यूटर प्रिंटर और इंटरनेट के साथ कार्य कर रहे हैं और कुछ कार्यालय में कार्टेज और पेपर का भी खर्च कार्यपालक सहायक स्वयं वहन करते हैं. जिस कारण सरकार किसी भी योजना को पारदर्शी तरीके से लागू कर पाती है और जनता के समक्ष सरकार अपनी वाहवाही लूटती है लेकिन सरकार के द्वारा बदले में हम कार्यपालक सहायक को अल्प मानदेय के साथ-साथ शोषण एवं लगातार हीन भावना से देखा जाता है.
अपने आप को बिहार के विकास पुरुष कहने वाले हमारे माननीय मुख्यमंत्री महोदय कार्यपालक सहायक का लगातार शोषण करते आ रहे हैं. माननीय उपमुख्यमंत्री के द्वारा संविदा कर्मियों के हित के लिए सड़क से सदन तक आंदोलन करने की बात तक कही गई थी लेकिन पता नहीं सत्ता मिलते ही इन लोगों ने संविदा कर्मियों के हित के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाए. इसलिए बाध्य होकर सभी संविदा कर्मी के साथ-साथ हम सभी कार्यपालक सहायक 01-09- 2020 से 03-09-2020 तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.

कार्यपालक सहायकों ने लिया तीन दिवसीय अवकाश पर जाने का निर्णय
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 30, 2020
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