मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ दे रहे हैं हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम, तीन माह से वेतन नहीं मिलने से हैं नाराज

मधेपुरा जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को कोरोना काल में भी पिछले तीन माह से नहीं मिल रहा है वेतन. नर्सिंग स्टाफ के घर है भुखमरी का आलम. 

वेतन नहीं मिलने से नाराज नर्सिंग स्टाफ अपने कार्यों का बहिष्कार कर अस्पताल परिसर में दे रहे हैं हड़ताल पर जाने की धमकी. इतना ही नहीं समस्याओं का निदान किये बिना ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन से नर्सिंग स्टाफ को मिल रही है एफआईआर की धमकी. 

सरकार और मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण भुखमरी के कगार पर हैं नर्सिंग स्टाफ.
बता दें कि कोरोना योद्धा की उपाधि पाए इन स्टाफों को 3 माह से वेतन नहीं मिला है. लिहाजा वे आन्दोलन पर उतारू हो रहे हैं. नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि वे सीमित संसाधनों में ही मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की सेवा कर रहे हैं लेकिन कॉलेज प्रशासन उनके वेतन आदि सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा. जब वे आन्दोलन की बात करते हैं तो उन्हें एफआईआर की धमकी दी जाती है. उधर इस प्रकरण के बाद अधीक्षक ने हॉस्टल में रह रही संविदा पर के एएनएम को हॉस्टल खाली करने का नोटिस दे दिया है.

बहरहाल नर्सिंग स्टाफ के इमरजेंसी सेवा कार्य बहिष्कार के कारण मेडिकल कॉलेज में आकस्मिक सेवा सहित अन्य स्वास्थ्य सेवा भी प्रभावित हो चुकी है. वहीं इस मामले को लेकर फिलहाल मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक कर्नल डॉ. अहमद अंसारी कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं. जबकि नर्सिंग स्टाफ प्रीति कुमारी, संगीता कुमारी तथा साकेत कुमार की माने तो आनन्-फानन में इनोग्रेशन के समय उन्हें जल्द बाजी में विभाग दबाव देकर ड्यूटी तो ज्वाइन करवा दिया लेकिन आज तक इनकी डॉक्यूमेंट की वेरीफाई नहीं की गई है जिस कारण इन्हें पिछले तीन माह से वेतन नसीब नहीं हो पा रहा है. 

वेतन की मांग को लेकर नर्सिंग स्टाफ लगातार सरकार और मेडिकल कॉलेज प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन इन्हें वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है लिहाजा अब प्रदर्शन और आन्दोलन पर उतारू होना लाजमी है. हालाँकि मधेपुरा जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल यूँ कहें कि स्थापना काल या फिर उद्घाटन के बाद से ही विभिन्न समस्याओं के मकड़जाल में उलझी हुई है. यहाँ कभी पीने की शुद्ध पानी की समस्या तो कभी संसाधनों की कमी के कारण मरीजों के उचित इलाज की समस्या बनी हुई है. इस दिशा में ना तो राज्य सरकार ध्यान दे पा रही है और ना ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन. 

हद तो ये है कि अस्पताल परिसर में करोड़ों की लागत से वाटर ट्रीटमेंट लगाया गया है लेकिन यहाँ आज तक चिकित्सक हो या फिर स्वास्थ्य कर्मी या मरीज किसी को भी शुद्ध पेय जल नसीब नहीं हो रहा है. किसी तरह आयरनयुक्त पानी पीने पर मजबूर हैं. लिहाजा कोई भी इस दिशा में ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहा है. आलम यह है कि 25 एकड़ में फैले जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज खुद विभिन्न समस्याओं का अम्बार है.
मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ दे रहे हैं हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम, तीन माह से वेतन नहीं मिलने से हैं नाराज मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ दे रहे हैं हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम, तीन माह से वेतन नहीं मिलने से हैं नाराज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 04, 2020 Rating: 5

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