
डिबिया संस्था अलग-अलग गाँवों, कस्बों, मुहल्लों में जाकर पहले गरीब परिवारों की सूची तैयार करती है फिर उस परिवार को राशन मुहैया करती है. इस संस्था ने अभी तक नेहालपट्टी, मुरहो, हनुमान नगर, यादव नगर, पररिया, तुनियाही और शहर स्थित विभिन्न वार्डों का भ्रमण किया और जरूरतमंदों को राशन मुहैया कराया है.
ये संस्था जरुरतमंदों की सूची उसी गाँव के स्थानीय निवासियों द्वारा बनवाती है और स्थानीय ग्रामीणों के निर्देशों पर राशन वितरण करती है. इस संस्था की एक खासियत ये भी है कि इस संस्था में बच्चे ही राशन सामग्री पैकिंग का कार्य करते हैं. अभिभावकों के संरक्षण में ये बच्चे राशन सामग्री की पैकिंग करते हैं जिसमें सृष्टि, श्रिधि, सुरभि, रोनित, आयुषी ये सभी बच्चे सुबह ऑनलाइन क्लास भी करते हैं और खाली समय में राहत सामग्री की पैकिंग भी करते हैं. राशन सामग्री में ये संस्था चावल, दाल, आलू, नमक, सरसों तेल, हल्दी, आलू, प्याज, साबुन, चीनी आदि सामानों का वितरण करती है.
वहीं वितरण के दौरान संस्था के सदस्यों ने पाया कि ग्रामीणों के पास मास्क और हैण्ड वाश के लिए साबुन की कमी है. जिसके पश्चात ये संस्था अब मास्क, डेटोल और साबुन के वितरण पर कार्य कर रही है.
मालूम हो कि यह संस्था मधेपुरा के श्रेयश राज, सुमन सौरभ, रजत राय, तारीक अनवर, मयंक, गौरव कुमार जैसे नौजवानों के निगरानी में कार्य कर रही है. (ए. सं.)
अद्भुत बच्चे 'डिबिया' के: सुबह ऑनलाइन क्लास दिन में जरूरतमंदों के लिए राहत की पैकिंग
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 17, 2020
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