मधेपुरा में कोरोना वायरस के जंग में सड़कों पर दिन-रात तैनात पुलिस के जवान और प्रशासन के पदाधिकारी अपनी जान जोखिम में डालकर मानव सेवा में जुटे हुए हैं लेकिन इस विकट स्थिति में सड़कों पर तैनात पुलिस और पदाधिकारी पिछले एक सप्ताह से भूखे-प्यासे ड्यूटी पर तैनात हैं.
इनकी सुधि न तो प्रशासन ले रहे और न कोई स्वयं सेवी संस्था के मदद का हाथ आगे आया है. ड्यूटी के दौरान पुलिस को भोजन तो दूर शुद्ध पेयजल तक नसीब नहीं है. मीडिया में ऐसी खबर आने पर पुलिस पदाधिकारी हरकत में आयी.
मालूम हो कि कोरोना वायरस पर लगाम लगाने को लेकर पीएम के 21 दिन के लॉकडाउन का छठा दिन है. जिले में लॉकडाउन को शत प्रतिशत लागू कराने के लिए जिले के सड़कों पर पुलिस का पहरा लगाया गया है. पुलिस लॉकडाउन तोड़ने वाले लोगों से प्यार और सख्ती दोनों का सहारा लेकर दिन-रात एक किये हुए हैं लेकिन इन पदाधिकारियों की सच्चाई सामने आयी तो पैरों तले जमीन खिसक गयी है. इस भीषण गर्मी में सड़क पर तैनात पुलिस बल, पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी जो सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक मुस्तैदी से सेवा करते हैं, उनको भोजन तो दूर एक बोतल पानी तक नसीब नहीं हो पा रही है. इस परेशानी में महिला पुलिस भी शामिल है.
वहीं जिले में तैनात पुलिस और दंडाधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि 12 घंटे ड्यूटी लगा दिया गया है लेकिन प्रशासन पानी तक की व्यवस्था नहीं की है. ड्यूटी पर लगे पुलिस बल या पदाधिकारी पानी पीने चले जाय और इसी बीच उच्चाधिकारी आ जाय तो हम गये. इसी बात को ध्यान में रखकर हर पल डटे रहते हैं. हम मानते हैं कि इस समय देश हित में हमारी ड्यूटी अहम है लेकिन हमें भी पेट है, प्रशासन को हम पुलिस वालों पर भी नजर रखने की आवश्यकता है.
वहीं तैनात पुलिस को सुविधा देने के बावत एसडीपीओ वसी अहमद ने कहा है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारी की समस्या का ख्याल रखा जा रहा है, पानी की व्यवस्था की गई है.
इनकी सुधि न तो प्रशासन ले रहे और न कोई स्वयं सेवी संस्था के मदद का हाथ आगे आया है. ड्यूटी के दौरान पुलिस को भोजन तो दूर शुद्ध पेयजल तक नसीब नहीं है. मीडिया में ऐसी खबर आने पर पुलिस पदाधिकारी हरकत में आयी.
मालूम हो कि कोरोना वायरस पर लगाम लगाने को लेकर पीएम के 21 दिन के लॉकडाउन का छठा दिन है. जिले में लॉकडाउन को शत प्रतिशत लागू कराने के लिए जिले के सड़कों पर पुलिस का पहरा लगाया गया है. पुलिस लॉकडाउन तोड़ने वाले लोगों से प्यार और सख्ती दोनों का सहारा लेकर दिन-रात एक किये हुए हैं लेकिन इन पदाधिकारियों की सच्चाई सामने आयी तो पैरों तले जमीन खिसक गयी है. इस भीषण गर्मी में सड़क पर तैनात पुलिस बल, पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी जो सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक मुस्तैदी से सेवा करते हैं, उनको भोजन तो दूर एक बोतल पानी तक नसीब नहीं हो पा रही है. इस परेशानी में महिला पुलिस भी शामिल है.
वहीं जिले में तैनात पुलिस और दंडाधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि 12 घंटे ड्यूटी लगा दिया गया है लेकिन प्रशासन पानी तक की व्यवस्था नहीं की है. ड्यूटी पर लगे पुलिस बल या पदाधिकारी पानी पीने चले जाय और इसी बीच उच्चाधिकारी आ जाय तो हम गये. इसी बात को ध्यान में रखकर हर पल डटे रहते हैं. हम मानते हैं कि इस समय देश हित में हमारी ड्यूटी अहम है लेकिन हमें भी पेट है, प्रशासन को हम पुलिस वालों पर भी नजर रखने की आवश्यकता है.
वहीं तैनात पुलिस को सुविधा देने के बावत एसडीपीओ वसी अहमद ने कहा है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारी की समस्या का ख्याल रखा जा रहा है, पानी की व्यवस्था की गई है.
मधेपुरा में लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों को ठीक से पानी भी नसीब नहीं
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 31, 2020
Rating:
No comments: