‘करें वही जो दिल कहे’: न सिर्फ एक उम्दा फैशन डिजायनर, बल्कि बेहतरीन सिंगर भी हैं दिव्या राज

वैसे तो किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल करना कठिन संघर्ष की बदौलत ही संभव हो पाता है, पर यदि कोई दो-दो मुश्किल माने जाने वाले क्षेत्र में सफलता हासिल कर ले तो उसका चर्चा में आना लाजिमी ही है.

श्री धनिक लाल यादव और श्रीमती उर्मिला देवी की पुत्री दिव्या राज वैसे तो मूल रूप से पूर्णियां जिले की रहने वाली है, पर मधेपुरा से ही इन्होने प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर कुमार के घर रहकर मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई पूरी की और आज रांची में इनके फैशन डिजायनिंग का एक अलग ही जलवा है. साथ ही जब दिव्या के सुर का जादू सुनने वालों सर चढ़ता है तो फ़िजा में एक अलग मदहोशी छा जाती है.



रांची के प्रतिष्ठित वीमेंस कॉलेज से फैशन डिजायनिंग में ग्रैजुएशन का कोर्स पूरा करने के बाद दिव्या ने रांची में ही फैशन डिजायनिंग को अपने कैरियर के रूप में चुना और जाहिर सी बात है संघर्ष और समर्पण ने दिव्या को इस क्षेत्र में खासी पहचान दिला दी.

कैरियर के रूप में भले ही दिव्या ने फैशन डिजायनिंग को अपना आधार बनाया, पर गाने के प्रति बचपन से लगाव को दिव्या कभी नहीं रोक पाई और जब स्कूलों में बेस्ट सिंगर का अवार्ड मिलने लगा तो फिर संगीत का शौक भी परवान चढ़ने लगा. मीठी आवाज के जादू से जब सुनने वालों पर नशा छाने लगा तो एक बार मन हुआ कि संगीत को हो अपने कैरिअर का आधार बना लें, पर परिवार की इच्छा को देखते दिव्या राज ने फैशन डिजायनिंग के कोर्स में दाखिला लिया और फिर इसमें भी सफलता मिली तो नए प्रयोग होने लगे. पर बचपन का शौक भी कहाँ छूटने वाला था? संगीत में खुद के मेहनत और लगन से अब जब लोकप्रियता मिलने लगी है तो अब दिव्या इसमें आगे की शिक्षा लेकर खुद को और अधिक निखारने के प्रयास में है. 

मधेपुरा टाइम्स स्टूडियो में बातचीत के दौरान ही दिव्या राज ने लाइव होकर अपनी आवाज का जादू बिखेरा तो लोगों की तारीफें मिलनी लगी. युवाओं को सन्देश देते बेहतरीन फैशन डिजायनर और गायिका दिव्या राज कहती है कि सिर्फ पैसे कमाने के लिए न जियें. टैलेंट बिखेरने के लिए जियें और टैलेंट निखारने को ही अपना पैशन बनायें. करें वही जो दिल कहे.

मधेपुरा टाइम्स के पाठकों के लिए दिव्या के गाये गानों के लिंक यहाँ हैं:

1. 'इन आँखों के मस्ती के' सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें. 

2. 'इस मोड़ से जाते हैं' सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें.

3. 'मुझे जब से मुहब्बत हो गई है' सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें.

4. 'पल भर ठहर जाओ, दिल ये संभल जाए' सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें.

5. 'मेरे ढोलना सुन मेरे प्यार की धुन' सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें.

हमारी और से मल्टीटैलेंटेड दिव्या राज को सफलता का आसमान छूने के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं.
(Report: R. K. Singh)
‘करें वही जो दिल कहे’: न सिर्फ एक उम्दा फैशन डिजायनर, बल्कि बेहतरीन सिंगर भी हैं दिव्या राज ‘करें वही जो दिल कहे’: न सिर्फ एक उम्दा फैशन डिजायनर, बल्कि बेहतरीन सिंगर भी हैं दिव्या राज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 01, 2019 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.