'ग्रामीणों का आरोप, कहते हैं हेडमास्टर: 'जिनको जहाँ जाना है जाइए, हमारा कुछ नहीं होगा, यहां से लेकर उपर तक सभी हमारे आदमी हैं'

मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड के पैना पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय छोटकी बढौन में पिछले दो महीनों से नहीं जले हैं स्कूल के चूल्हे। यह हालत देख ग्रामीणों ने बवाल काटा.


मालूम हो कि मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड के पैना पंचायत अंतर्गत  मध्य विद्यालय  छोटकी बढौन की हालत बहुत खराब चल रही है। इन दिनों पिछले दो महीनों से एम डी एम नहीं चलने से ग्रामीणों में आक्रोश दिखाई दे रहा है। शिक्षा के बारे में कहा जा रहा है कि इस स्कूल में तकरीबन 350 बच्चों का नामांकन है पर सिर्फ तीन से चार बच्चे ही इस स्कूल में नजर आते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 2012- 13 से अभी तक किसी भी छात्र छात्रा को ना तो पोषक राशि सीब हुई है ना ही छात्रवृत्ति की राशि। इसके बाद शिक्षक की अनुपस्थिति और बिना समय के आगमन और प्रस्थान को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल में 25 दिनों तक ताला जड़ा था और प्रधानाध्यापक को बंधक भी बनाया गया था,  ग्रामीण लगातार स्कूल की  समस्या को लेकर आक्रोशित रहते हैं लेकिन जब भी किसी पदाधिकारी को इसकी सूचना दी जाती है या इस बाबत पूछा जाता है तो कहा जाता है कि  जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

जबकि ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि  एचएम कहते हैं  जिनको जहाँ जाना है जाइए  हमारा कुछ नहीं होगा, यहां से लेकर ऊपर तक सभी हमारे आदमी हैं.  लोग कहते हैं कि इस तरह की बातों से यह जाहिर भी हो रहा है कि सही में  नीचे से लेकर ऊपर तक के सभी पदाधिकारी हां के  प्रधानाध्यापक के ही लोग हैं, क्योंकि जांच का  कई बार आश्वासन दिया गया लेकिन मामला वहीँ का वहीँ है.   
'ग्रामीणों का आरोप, कहते हैं हेडमास्टर: 'जिनको जहाँ जाना है जाइए, हमारा कुछ नहीं होगा, यहां से लेकर उपर तक सभी हमारे आदमी हैं' 'ग्रामीणों का आरोप, कहते हैं हेडमास्टर: 'जिनको जहाँ जाना है जाइए, हमारा कुछ नहीं होगा, यहां से लेकर उपर तक सभी हमारे आदमी हैं' Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 03, 2019 Rating: 5

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