
रेलवे से रिटायर्ड राजभाषा अधिकारी श्री कौशल किशोर महाराज जी के बड़े पुत्र राजकुमार महाराज की छोटी बेटी नंदिनी महाराज ने भारत के सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा 2018 में सफलता हासिल कर 42 वां रैंक प्राप्त कर अपने परिवार, समाज सहित पूरे बिहार का नाम रौशन करने का काम किया है।
नंदिनी के पिता राजकुमार महाराज लखनऊ में पोस्ट मास्टर जनरल है और मां सुचित्रा शर्मा कस्टम कमिश्नर अधिकारी के पद पर हैं फिलहाल सुचित्रा शर्मा चीफ विजिलेंस ऑफिसर गैल में तैनात हैं । सुचित्रा मूल रूप से मेरठ की रहने वाली है। नंदिनी अपने माता पिता के बच्चों में मझली संतान है। बड़ी बहन एडवोकेट और छोटे भाई ने कैट में सफलता हासिल की है।
नंदिनी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में ऑनर्स कर, मैनचेस्टर इंग्लैंड से इतिहास में पीजी की। नंदिनी के एक चाचा संजय महाराज जी कर्नल हैं जबकि दूसरे चाचा विनय महाराज रेलवे में असिस्टेंट सिक्यूरिटी कमिश्नर हैं । नंदिनी के पिता राजकुमार महाराज ने बताया कि नंदिनी शुरू से ही देश के सर्वोच्च परीक्षा में पास करने की ठान ली थी इसी के तहत वह पढ़ाई करती रही एवं सफलता हासिल कर ली. वह शुरू से ही पढ़ने में मेधावी थी. नंदिनी के आईएएस परीक्षा पास करने पर आलमनगर स्थित उनके परिवार में खुशी का माहौल व्याप्त है वहीं आलमनगर के लोग अपनी इस लाडली पर फूले नहीं समा रहे हैं.
((रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
मधेपुरा की बेटी नंदिनी का धमाल: यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में लाया 42 वां रैंक
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 07, 2019
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