जलढरी के पावन अवसर पर बाबा सिंहेश्वर नाथ में दो लाख श्रद्धालुओं ने भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया । भीड़ को देखते हुए प्रशासन के हाथ पाँव फूलने लगे ।
1 बजे एसडीओ वृंदा लाल तथा डीआईजी सुरेश चौधरी सपरिवार ने मंदिर में सरकारी पूजा में हिस्सा लिया । उसके बाद गर्भ गृह का पट खोल दिया गया । पट खुलते ही हर महादेव के जयकारे के साथ श्रद्धालुओं का हुजूम जलाभिषेक के लिए उमड़ पड़ा । सुबह 8 बजे तक मंदिर में अफरातफरी मची रही ।
श्रद्धालुओं को सम्हालना काफी मुश्किल हो रहा था । एएसआई रामाशंकर मिश्र ने पुलिस बल के आने पर ही मंदिर के गर्भगृह का पट खोलने की बात कही लेकिन पट खोल दिया गया स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी वसी अहमद को इसकी सूचना दी गई । सूचना मिलते ही आधे घंटे के अंदर पुलिस बल मंदिर परिसर पहुंच कर स्थिति को हद तक संभाल लिया । हालांकि पूरे दिन जलढरी को लेकर सिंहेश्वर का भक्तिमय माहौल बना रहा । सिंहेश्वर में हर जगह श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आ रहे थे ।
जलढरी को लेकर सिंहेश्वर के हर गली, धर्मशाला, मंदिर परिसर में पानी पानी के बावजूद प्लास्टिक बिछाकर, राम जानकी ठाकुरबाडी, मवेशी हाट के खुले मैदान में, सडक के किनारे और आस पास श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण तिल रखने की जगह नहीं थी । श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क प्रतिमा सिंह धर्मशाला भी पूरी तरह भरा हुआ था । सुबह शिवगंगा में श्रद्धालुओं को पानी की कमी के कारण कीचड़ का भी सामना करना पड़ा ।
1 बजे बाबा के पट खोलने पर उठे सवाल
मंदिर के गर्भगृह का पट 1 बजे खोलने को लेकर कई दुकानदारों ने सवाल उठाया । उत्तर बिहार का प्रसिद्ध मंदिर है । इसके पट खुलने का समय निर्धारित होना चाहिए । बताया कि पूजा के मामले में 3 बजे से पहले को अर्ध रात्रि कहा जाता है । और अर्ध रात्रि में बाबा का पट नही खुलना चाहिए ।

1 बजे एसडीओ वृंदा लाल तथा डीआईजी सुरेश चौधरी सपरिवार ने मंदिर में सरकारी पूजा में हिस्सा लिया । उसके बाद गर्भ गृह का पट खोल दिया गया । पट खुलते ही हर महादेव के जयकारे के साथ श्रद्धालुओं का हुजूम जलाभिषेक के लिए उमड़ पड़ा । सुबह 8 बजे तक मंदिर में अफरातफरी मची रही ।
श्रद्धालुओं को सम्हालना काफी मुश्किल हो रहा था । एएसआई रामाशंकर मिश्र ने पुलिस बल के आने पर ही मंदिर के गर्भगृह का पट खोलने की बात कही लेकिन पट खोल दिया गया स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी वसी अहमद को इसकी सूचना दी गई । सूचना मिलते ही आधे घंटे के अंदर पुलिस बल मंदिर परिसर पहुंच कर स्थिति को हद तक संभाल लिया । हालांकि पूरे दिन जलढरी को लेकर सिंहेश्वर का भक्तिमय माहौल बना रहा । सिंहेश्वर में हर जगह श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आ रहे थे ।
जलढरी को लेकर सिंहेश्वर के हर गली, धर्मशाला, मंदिर परिसर में पानी पानी के बावजूद प्लास्टिक बिछाकर, राम जानकी ठाकुरबाडी, मवेशी हाट के खुले मैदान में, सडक के किनारे और आस पास श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण तिल रखने की जगह नहीं थी । श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क प्रतिमा सिंह धर्मशाला भी पूरी तरह भरा हुआ था । सुबह शिवगंगा में श्रद्धालुओं को पानी की कमी के कारण कीचड़ का भी सामना करना पड़ा ।
1 बजे बाबा के पट खोलने पर उठे सवाल
मंदिर के गर्भगृह का पट 1 बजे खोलने को लेकर कई दुकानदारों ने सवाल उठाया । उत्तर बिहार का प्रसिद्ध मंदिर है । इसके पट खुलने का समय निर्धारित होना चाहिए । बताया कि पूजा के मामले में 3 बजे से पहले को अर्ध रात्रि कहा जाता है । और अर्ध रात्रि में बाबा का पट नही खुलना चाहिए ।

दो लाख श्रद्धालुओं ने जलढरी के अवसर पर बाबा सिंहेश्वर नाथ में किया जलाभिषेक
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 05, 2019
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