'किताबों में कठिनाईयों का हल होता है, किताबों से अच्छा मित्र कोई दूसरा नहीं होता'

किताबों में कठिनाईयों का हल होता है । हर मुश्किल सवाल का जवाब होता है । संकट और दुविधा की स्थिति में मनुष्य को किताबों का सहारा लेना चाहिए । किताबों से अच्छा मित्र कोई दूसरा नहीं होता।


उक्त बातें क्षेत्रीय विधायक सह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा । वे आज रविवार को मुख्यालय स्थित गांधी पुस्तकालय के 71वें स्थापना दिवस के अवसर पर  विधायक कोष से निर्मित पुस्तकालय भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे । 
उन्होंने कहा कि किताबों को पढ़ने और समझने से सोच का विस्तार होता है। श्री यादव ने वादा किया कि गांधी पुस्तकालय में कमरा, शौचालय एवं फर्नीचर आदि  सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि  चौसा-उदाकिशुनगंज सड़क मार्ग और पचरासी मंदिर का उद्घाटन जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे । 

समारोह के मुख्य अतिथि जिला पार्षद अनिकेत मेहता ने कहा कि गांधी पुस्तकालय चौसा का धरोहर है,इसे संरक्षित किया जाना चाहिए । पुस्तकालय सचिव विनोद आजाद ने कहा कि हर हाथ में पुस्तक हो  यही सपना है। गांधी पुस्तकालय चौसा जहां आज के युवाओं का सतत मार्गदर्शन करेगी वहीं बुजुर्गों के अच्छे मित्र की भूमिका भी निभाएगी। पुस्तकालय के अध्यक्ष  श्रवण कुमार पासवान ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान का सागर होता है। इसलिए ज्ञान को बढ़ावा देने  के लिए पुस्तकालय की स्थापना की गयी है।

पुस्तकालय सलाहकार समिति के सदस्य यहिया सिद्दीकी ने पुस्तकालय से जुड़े इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि यह पुस्तकालय महात्मा गांधी के अस्थि कलश विसर्जन के दिन स्थापित किया गया था। लिहाजा यह राष्ट्रीय धरोहर है। उन्होंने इस धरोहर को भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के  संज्ञान में देने के लिए स्थानीय विधायक से मांग किया।

सनद रहे कि समारोह के पूर्व स्थानीय विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने निर्मित भवन तथा वाचनालय  का उद्घाटन फीता काटकर किया। इसके पूर्व विधायक द्वारा पुस्तकालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया ।
समारोह में  जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मनोज प्रसाद, अंबिका प्रसाद गुप्ता, प्रो0 नवलकिशोर  जायसवाल, राजद के प्रदेश महासचिव प्रो0 खालिद, प्रो0 उत्तम कुमार, राजकुमार अग्रवाल, पूर्व मुखिया सूर्य कुमार पटवे, आफताब आलम, सुबोध सौरभ, समाज सेवी कुंदन घोषईवाला, सरपंच प्रतिनिधि गजेंद्र यादव, माखन लाल चतुर्वेदी सहित दर्जनों बुद्धिजीवियों ने पुस्तकालय विकास पर अपने विचार रखे।

इस मौके पर उप प्रमुख शशि कुमार दास,मुखिया बबलु ऋषिदेव, शादाब रजी, श्रीकांत मेहता, मृत्युंजय कुमार भगत, संजय कुमार यादव, नवल नवाब, विजय कुमार गुप्ता, फूल शहीद आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का आगाज स्कूली छात्रा सादिया हलीमा व प्रज्ञा कुमारी के द्वारा स्वागतगान से किया गया। वहीं कार्यक्रम के अंत में पुलवामा में शहीद जवानों को दो मिनट का मौन रहकर श्रद्धांजलि दी। समारोह की अध्यक्षता  अधिवक्ता विनोद आजाद,  मंच संचालन संजय कुमार सुमन ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन अनिल पोद्दार के द्वारा किया गया।
'किताबों में कठिनाईयों का हल होता है, किताबों से अच्छा मित्र कोई दूसरा नहीं होता' 'किताबों में कठिनाईयों का हल होता है, किताबों से अच्छा मित्र कोई दूसरा नहीं होता' Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 17, 2019 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.