'एम्स समेत सड़क-रेल-रोजगार पर मुख्यमंत्री को चैन से नहीं रहने देंगे' मधेपुरा सांसद की खुली चुनौती

मधेपुरा में जाप सुप्रीमो सह सांसद पप्पू यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को दी खुली चुनौती और कहा कि एम्स अस्पताल समेत कोसी में सड़क, रेल, पुल-पुलिया एवं रोजगार के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री को चैन से नहीं रहने नहीं देंगे, चाहे परिणाम जो हो.


दरअसल कोशी में एम्स की स्थापना के अलावे रेल, सड़क इत्यादि विभिन्न विकास कार्यों की मांग को लेकर जाप संयोजक सह स्थानीय सांसद पप्पू यादव के आह्वान पर आज उत्तर बिहार के कोसी खासकर सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिले में सैकड़ों जाप कार्यकर्ताओं ने शहर में मोटरसाइकिल जुलूस निकाल कर आन्दोलन किया. पूरे शहर में जाप कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों से आन्दोलन में सहयोग हेतु अपने अपने दूकान को बंद करने की अपील की. देखते ही देखते शहर की सभी दुकाने बंद हो गई. 

बता दें कि कोसी के पिछड़े इलाकों में बिहार सरकार ने सहरसा में पिछले दिनों एम्स अस्पताल खोलने को लेकर घोषणा की थी. लेकिन तत्काल सहरसा की बजाय एम्स अस्पताल को दरभंगा स्थानांतरित करने की घोषणा कर दी गई. जिससे नाराज जाप के सुप्रीमो सह स्थानीय सांसद पप्पू ने कोसी के तीनों जिले को पूर्णतः बंद का किया एलान. मधेपुरा जिला मुख्यालय समेत कई प्रखंडों में बंद का व्यापक असर दिखा. 

इस दौरान जाप कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोसी का इलाका हमेशा कभी बाढ़ से तो कभी सुखाड़ से प्रभावित रहा है. इस इलाके के लोगों को इलाज के लिए कभी दरभंगा तो कभी पटना जाना पड़ता है, जिसके कारण उचित इलाज को लेकर रास्ते में ही मरीजों की जान चली जाती है. बिहार सरकार ने कोसी के सहरसा में एम्स अस्पताल का निर्माण करने हेतु पिछले दिनों घोषणा किया, लेकिन अब उक्त अस्पताल को दरभंगा स्थानान्तरण कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार कोसी के इलाके में जबतक एम्स अस्पताल नहीं खोलती है तब तक हमारा अनवरत आन्दोलन चलता रहेगा. 

क्या कहते हैं स्थानीय सांसद सह जाप सुप्रीमो पप्पू यादव 

वहीँ इस मामले को लेकर स्थानीय सांसद सह जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि खासकर कोसी का यह इलाका काफी पिछड़ा हुआ है. कोसी के लोगों को बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने ठगने काम किया है. आज 70 सालों से कोसी के लोगों का सरकार ने सिर्फ इस्तेमाल किया है. अगर हम विकास की बात करें तो इस इलाके में विकास के मुद्दों पर सरकार ने कुछ भी नहीं किया है. आज सड़क, रेल और पुल-पुलिया की स्थिति बेहद ख़राब है. अगर इस मामले को लेकर सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तो विकास के मुद्दे पर हम स्थानीय विधायक और मंत्री का लोकतान्त्रिक तरीके से विरोध करेंगे और सड़क पर चैन से घूमने नहीं देंगे. रही बात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तो हम उन्हें भी चयन से रहने नहीं देंगें. 

उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री जी आगामी 21 नवम्बर को सहरसा में होने वाले कार्यक्रम से पहले एम्स समेत रेल सड़क पुल-पुलिया के मुद्दों पर कोई संकेत नहीं दिया तो सहरसा में होने वाले कार्यक्रम के दौरान हम खुद सड़क पर लोकतान्त्रिक तरीके से उग्र आन्दोलन को बाध्य होंगें चाहे परिणाम जो हो, भुगतने को हम तैयार हैं. 

जरा आप भी सुनिए क्या कुछ कह रहे हैं जाप कार्यकर्त्ता और खुद सांसद पप्पू यादव. यहाँ क्लिक करें.


'एम्स समेत सड़क-रेल-रोजगार पर मुख्यमंत्री को चैन से नहीं रहने देंगे' मधेपुरा सांसद की खुली चुनौती 'एम्स समेत सड़क-रेल-रोजगार पर मुख्यमंत्री को चैन से नहीं रहने देंगे' मधेपुरा सांसद की खुली चुनौती Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 15, 2018 Rating: 5

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