मधेपुरा में अधिकांश विभाग खस्ताहाल है और रेलवे की तो बात ही निराली है. कभी-कभी तो आपको ऐसा लगेगा कि सरकारी विभाग सिर्फ मौज मारने और लापरवाही से काम करने के लिए बने हैं.
मधेपुरा जिले के मिठाई रेलवे स्टेशन पर आज जो वाकया हुआ उसे जानकर आपको समझ नहीं आएगा कि ऐसे हालात पर रोयें या विभाग पर गालियों की बौछार कर दें. दरअसल करीब नौ बजे मिठाई स्टेशन से होकर गुजरने वाली पैसेंजर ट्रेन के यात्री उस समय पेशोपेश में पड़ गए जब ट्रेन वहाँ आकर खुलने वाली थी और स्टेशन पर टिकट खिड़की खुली ही नहीं. यात्री वहाँ मौजूद अन्य स्टाफ से इस बारे में जानना चाहा तो किसी ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया. ऐसे में कुछ यात्री तो खतरा उठाकर ट्रेन में चढ़ गए पर कुछ ने ट्रेन छोड़ देना मुनासिब समझा.
यात्री उज्जवल कुमार ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने गार्ड से भी की और गार्ड नेउपर शिकायत बढ़ा दी है, पर ऐसी लापरवाही को क्या कहें. जाहिर है इस घोर लापरवाही के लिए जिम्मेवार अधिकारी और कर्मचारी को दंडित किया जाना चाहिए. (वि. सं.)
मधेपुरा जिले के मिठाई रेलवे स्टेशन पर आज जो वाकया हुआ उसे जानकर आपको समझ नहीं आएगा कि ऐसे हालात पर रोयें या विभाग पर गालियों की बौछार कर दें. दरअसल करीब नौ बजे मिठाई स्टेशन से होकर गुजरने वाली पैसेंजर ट्रेन के यात्री उस समय पेशोपेश में पड़ गए जब ट्रेन वहाँ आकर खुलने वाली थी और स्टेशन पर टिकट खिड़की खुली ही नहीं. यात्री वहाँ मौजूद अन्य स्टाफ से इस बारे में जानना चाहा तो किसी ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया. ऐसे में कुछ यात्री तो खतरा उठाकर ट्रेन में चढ़ गए पर कुछ ने ट्रेन छोड़ देना मुनासिब समझा.
यात्री उज्जवल कुमार ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने गार्ड से भी की और गार्ड नेउपर शिकायत बढ़ा दी है, पर ऐसी लापरवाही को क्या कहें. जाहिर है इस घोर लापरवाही के लिए जिम्मेवार अधिकारी और कर्मचारी को दंडित किया जाना चाहिए. (वि. सं.)
क्या करें क्या न करें ये कैसी मुश्किल हाय!: ट्रेन खुल गई पर नहीं खुली टिकट खिड़की
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 25, 2018
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