बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के पी.एच.डी. प्राप्त अभ्यर्थी को सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया सरल करने और तुरंत प्रदान करने तथा अतिथि प्राध्यापक की बहाली अविलंब करने को लेकर मंगलवार को पीएचडी डिग्री धारी अभ्यर्थियों ने बीएनएमयू कुलपति प्रो० डा० अवध किशोर राय से मिलकर मांग पत्र सौंपा.
कुलपति को दिए गए मांग पत्र में पीएचडी डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने कहा कि पीएचडी डिग्री धारी अभ्यर्थियों के मांग पर कुलपति ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आवेदन का प्रारूप पत्र जारी करवाया तथा कई बार अधिकारियों की बैठक बुलाकर अभ्यर्थियों को तुरंत सर्टिफिकेट निर्गत करने को कहा, लेकिन दुख की बात है कि इस प्रक्रिया को इतना जटिल बना दिया गया है कि महीनों बीत जाने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया. जबकि अन्य विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष और संकायाध्यक्ष को सर्टिफिकेट देने का अधिकार प्रदान किया गया है. जिससे कि वहां के अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द सर्टिफिकेट मिल सके.
अभ्यर्थियों ने कुलपति से निवेदन किया कि उनलोगों की कठिनाई को देखते हुए प्रक्रिया को सरल किया जाए और अधिकारियों को तुरंत सर्टिफिकेट निर्गत करने का निर्देश दिया जाए. साथ ही साथ अतिथि प्राध्यापक का विज्ञापन शीघ्र दिया जाए और बहाली की जाए. अभ्यर्थियों को आश्वासन देते हुए कुलपति ने कहां की अभ्यर्थियों की मांग जायज है तथा इस मामले को लेकर जल्द से जल्द संबंधित विभाग को पत्र जारी कर अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाएगा.
कुलपति ने कहा कि विभागाध्यक्षों के निर्देशन में ही शोधार्थियों ने अपने शोध कार्य किए हैं और अपने ही छात्रों को ही विभागाध्यक्ष छात्र हित में ध्यान नहीं देना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप कुलपति का घेराव करते हैं उनसे तरह-तरह की बातें करते हैं पर जो यहां के स्थानीय विभागाध्यक्ष हैं उनसे अपनी जायज मांगों को क्यों नहीं रखते.
मौके पर डा० प्रभाकर, डा० रमन कुमार, डा० अरुण कुमार, डा० दीनबंधु प्रसाद, डा अजीत कुमार अजय, डा संजय कुमार, डा जयशंकर प्रसाद सिंह, डा अरुण कुमार साह, डा प्रमोद पासवान सहित अन्य अभ्यर्थियों मौजूद रहे. (नि. सं.)
कुलपति को दिए गए मांग पत्र में पीएचडी डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने कहा कि पीएचडी डिग्री धारी अभ्यर्थियों के मांग पर कुलपति ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आवेदन का प्रारूप पत्र जारी करवाया तथा कई बार अधिकारियों की बैठक बुलाकर अभ्यर्थियों को तुरंत सर्टिफिकेट निर्गत करने को कहा, लेकिन दुख की बात है कि इस प्रक्रिया को इतना जटिल बना दिया गया है कि महीनों बीत जाने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया. जबकि अन्य विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष और संकायाध्यक्ष को सर्टिफिकेट देने का अधिकार प्रदान किया गया है. जिससे कि वहां के अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द सर्टिफिकेट मिल सके.
अभ्यर्थियों ने कुलपति से निवेदन किया कि उनलोगों की कठिनाई को देखते हुए प्रक्रिया को सरल किया जाए और अधिकारियों को तुरंत सर्टिफिकेट निर्गत करने का निर्देश दिया जाए. साथ ही साथ अतिथि प्राध्यापक का विज्ञापन शीघ्र दिया जाए और बहाली की जाए. अभ्यर्थियों को आश्वासन देते हुए कुलपति ने कहां की अभ्यर्थियों की मांग जायज है तथा इस मामले को लेकर जल्द से जल्द संबंधित विभाग को पत्र जारी कर अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाएगा.
कुलपति ने कहा कि विभागाध्यक्षों के निर्देशन में ही शोधार्थियों ने अपने शोध कार्य किए हैं और अपने ही छात्रों को ही विभागाध्यक्ष छात्र हित में ध्यान नहीं देना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप कुलपति का घेराव करते हैं उनसे तरह-तरह की बातें करते हैं पर जो यहां के स्थानीय विभागाध्यक्ष हैं उनसे अपनी जायज मांगों को क्यों नहीं रखते.
मौके पर डा० प्रभाकर, डा० रमन कुमार, डा० अरुण कुमार, डा० दीनबंधु प्रसाद, डा अजीत कुमार अजय, डा संजय कुमार, डा जयशंकर प्रसाद सिंह, डा अरुण कुमार साह, डा प्रमोद पासवान सहित अन्य अभ्यर्थियों मौजूद रहे. (नि. सं.)
पी.एच.डी. प्राप्त अभ्यर्थी पांच बिन्दुओं पर प्रमाणपत्र के लिए विश्वविद्यालय के लगा रहे हैं चक्कर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 12, 2018
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