मधेपुरा जिले में पीडीएस दुकान के चयन प्रक्रिया में धांधली की निष्पक्ष जांच कराने एवं सदर एसडीओ कार्यालय के लिपिक अमोल मंडल द्वारा बरती गई अनियमितता की जांच कराकर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांगों को लेकर जिला रालोसपा के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष डॉ. राजीव जोशी के नेतृत्व में जिला मुख्यालय स्थित कला भवन के समक्ष धरना देकर प्रदर्शन किया.
मौके पर उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी के विरुद्ध नारेबाजी किया तथा चयन सूची को रद्द करते हुए आपत्ति आवेदन पर विशेष कोषांग का गठन कर निष्पक्ष तरीके से चयन प्रक्रिया करने की मांग जिला पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर किया.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि जिला पदाधिकारी के ज्ञापांक 473/आ मधेपुरा 5 अगस्त 2017 के द्वारा निर्धारित मापदंड की धज्जियां उड़ाते हुए सदर एसडीओ वृंदा लाल एवं लिपिक अमोल मंडल ने आरक्षण रोस्टर का सही ढंग से पालन नहीं किया एवं योग्यता हेतु मैट्रिक उत्तीर्ण एवं कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक माना गया था, परंतु चयन सूची में चयन का आधार उच्च शैक्षणिक योग्यता को माना गया है.
मिठाई में कंप्यूटर ज्ञान वाले अभ्यर्थी का नाम सूची से हटा कर बिना कंप्यूटर ज्ञान वाले अभ्यर्थी का चयन सूची में नाम दर्ज किया गया है, जो प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. उन्होंने कहा कि मामले को दबाने के उद्देश्य से जिला आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय में एक सितंबर से छह सितंबर तक अभ्यर्थियों से आपत्ति आवेदन ली गई. उसके बाद आपत्ति आवेदन को पुनः संबंधित एमओ से जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है.
प्रदेश रालोसपा के संगठन सचिव राधेश्याम यादव ने कहा कि सूची में जिन अभ्यर्थियों को अपना मकान नहीं है उन्हें दूसरे का मकान दिखा कर अपना गोदाम कह कर, घर तक जाने के लिए रास्ता नहीं है उन्हें सही कह कर, कंप्यूटर का ज्ञान नहीं रखने वाले अभ्यर्थियों को कंप्यूटर का अनुभव लगाकर मोटी रकम उगाही कर उनका चयन कर लिया गया है. जिसकी निष्पक्ष जांच करानी चाहिए.
वहीं जिला युवा रालोसपा के अध्यक्ष वरुण कुमार मेहता एवं कुणाल कृष्ण ने कहा कि आवेदक द्वारा पिछड़ा वर्ग में आवेदन भरा गया, परंतु अमोल मंडल ने कार्यालय में अति पिछड़ा बनाकर उनका सूची में नाम नहीं दिया. सामान्य कोटि में भरे गए आवेदन के स्थान पर अनुसूचित जाति को कर दिया गया है.
प्रदर्शनी स्थल पर मौजूद मंजू कुमारी, दीपक कुमार, लखन यादव, नेपाल मंडल, रामचंद्र कुमार, पवन कुमार, राजेश कुमार एवं मो. जफ्फीर ने कहा कि चयन सूची को रद्द करते हुए विशेष कोषांग का गठन कर निष्पक्ष जांच कराई जाए अन्यथा सात दिनों के बाद भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
मौके पर उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी के विरुद्ध नारेबाजी किया तथा चयन सूची को रद्द करते हुए आपत्ति आवेदन पर विशेष कोषांग का गठन कर निष्पक्ष तरीके से चयन प्रक्रिया करने की मांग जिला पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर किया.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि जिला पदाधिकारी के ज्ञापांक 473/आ मधेपुरा 5 अगस्त 2017 के द्वारा निर्धारित मापदंड की धज्जियां उड़ाते हुए सदर एसडीओ वृंदा लाल एवं लिपिक अमोल मंडल ने आरक्षण रोस्टर का सही ढंग से पालन नहीं किया एवं योग्यता हेतु मैट्रिक उत्तीर्ण एवं कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक माना गया था, परंतु चयन सूची में चयन का आधार उच्च शैक्षणिक योग्यता को माना गया है.
मिठाई में कंप्यूटर ज्ञान वाले अभ्यर्थी का नाम सूची से हटा कर बिना कंप्यूटर ज्ञान वाले अभ्यर्थी का चयन सूची में नाम दर्ज किया गया है, जो प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. उन्होंने कहा कि मामले को दबाने के उद्देश्य से जिला आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय में एक सितंबर से छह सितंबर तक अभ्यर्थियों से आपत्ति आवेदन ली गई. उसके बाद आपत्ति आवेदन को पुनः संबंधित एमओ से जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है.
प्रदेश रालोसपा के संगठन सचिव राधेश्याम यादव ने कहा कि सूची में जिन अभ्यर्थियों को अपना मकान नहीं है उन्हें दूसरे का मकान दिखा कर अपना गोदाम कह कर, घर तक जाने के लिए रास्ता नहीं है उन्हें सही कह कर, कंप्यूटर का ज्ञान नहीं रखने वाले अभ्यर्थियों को कंप्यूटर का अनुभव लगाकर मोटी रकम उगाही कर उनका चयन कर लिया गया है. जिसकी निष्पक्ष जांच करानी चाहिए.
वहीं जिला युवा रालोसपा के अध्यक्ष वरुण कुमार मेहता एवं कुणाल कृष्ण ने कहा कि आवेदक द्वारा पिछड़ा वर्ग में आवेदन भरा गया, परंतु अमोल मंडल ने कार्यालय में अति पिछड़ा बनाकर उनका सूची में नाम नहीं दिया. सामान्य कोटि में भरे गए आवेदन के स्थान पर अनुसूचित जाति को कर दिया गया है.
प्रदर्शनी स्थल पर मौजूद मंजू कुमारी, दीपक कुमार, लखन यादव, नेपाल मंडल, रामचंद्र कुमार, पवन कुमार, राजेश कुमार एवं मो. जफ्फीर ने कहा कि चयन सूची को रद्द करते हुए विशेष कोषांग का गठन कर निष्पक्ष जांच कराई जाए अन्यथा सात दिनों के बाद भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
पीडीएस दुकान के चयन प्रक्रिया में धांधली की निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 15, 2018
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