बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है. घरों के ऊपर से गुजरने वाली तार कब टूटकर गिर जाए और किसकी मौत हो जाय यह कहना मुश्किल है.
पुराने व जर्जर तार के टूटने से लगातार लोगों की मौत हो रही है. लोग घर से लेकर खेत तक कहीं भी महफूज नहीं हैं.
पुराने व जर्जर तार के टूटने से लगातार लोगों की मौत हो रही है. लोग घर से लेकर खेत तक कहीं भी महफूज नहीं हैं.
बीते एक माह के दौरान ही बिजली के तार गिरने से करीब आधे दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि आधा दर्जन लोग जख्मी हो चुके हैं. सर्वाधिक घटना शंकरपुर प्रखंड क्षेत्र में हुई है. यहां तीन महीने के भीतर चार अलग-अलग जगहों पर तार टूटने की वजह से चार लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे. इसके अलावे 09 मवेशी की भी मौत हो चुकी है.
11 अप्रैल से लेकर 23 जुलाई के बीच ही चार घटना हुई थी।
1. 11 अप्रैल को मधैली निवासी मिथिलेश यादव की तीन वर्षीय पुत्र की मौत ग्यारह हजार के तार टूटकर गिरने से हो गई थी.
2. 05 मई को मौरा कवियाही पंचायत के वार्ड नं०- 14 में ग्यारह हजार के तार गिरने से रघु ऋषिदेव के दो मवेशी की मौत हो गई थी.
3. 29 मई को बेहरारी पंचायत के कोल्हुआ गांव मे ग्यारह हजार के तार गिरने से शीतल यादव के दो मवेशी की मौत हो गई थी.
4. 30 मई को सोनवर्षा पंचायत के चम्पावती चौक पर लगे ट्रांसफार्मर में ज्यादा वोल्टेज देने से करीब दो सौ बीपीएल परिवार का एलईडी बल्ब, सीडी,टीवी, मीटर, पंखा सहित अन्य समान उड़ गया था, जिससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने शंकरपुर-सिंहेश्वर पथ को घंटों जामकर विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.
5. 04 जून को जीतपुर फीडर से दौ सौ मीटर की दूरी पर कार्य करते हुए मिस्त्री विकास मोदी की मौत हो गई थी.
5. 08 जून को बेहरारी पंचायत के कोल्हुआ में ग्यारह हजार का तार अचानक टूटकर गिरने से अनिता देवी एवं सकुनदेव यादव के एक-एक मवेशी की मौत हो गई थी. साथ-ही दोनों झुलस भी गए थे, जिनका इलाज पीएचसी शंकरपुर में कराया गया था. आक्रोशित ग्रामीणों ने त्रिवेणीगंज-शंकरपुर पथ को मध्य विधालय कोल्हुआ पूर्व के समीप घंटों जामकर विरोध प्रदर्शन किया था.
6. 18 जून को बेहरारी पंचायत के वार्ड नं०- 05 में अचानक ग्यारह हजार के तार घर पर गिरने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. ग्रामीणों ने घंटों निशिहरपुर-शंकरपुर पथ को जाम कर विरोध प्रकट किया था.
7. 18 जुलाई को जिरवा मधैली पंचायत के मौजमा गांव में अचानक ग्यारह हजार के तार गिरने से दो मवेशी की मौत हो गई थी. और एक आदमी महेश्वरी यादव भी झुलस गये थे. जिससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने बिरेली-शंकरपुर पथ को पांच घंटा जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था.
8. 21 जुलाई को परसा पंचायत के वार्ड नं०- 12 मे जयकृष्ण यादव के 12 वषींय पुत्र पिंटू कुमार को बिजली के कैरेंट लगने से जख्मी हो गया था।
09. 21 जुलाई को जिरवा मधेली पंचायत के जिरवा गांव में खेत मे धान-रोपणी करते हुए किसान नूनूलाल यादव की अचानक बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी.
10. 23 जुलाई को टेंगराहा परिहारी पंचायत के वार्ड नं०- 01 में ग्यारह हजार के तार गिरने से विद्यानंद सरदार की एक दुधारू मवेशी की मौत हो गई थी, जिससे आक्रोशित लोगों ने जीतपुर फीडर पहुंचकर तीन घंटा बिजली बाधित कर कुर्सी, टेबुल, सहित अन्य कई कागजात भी फाड़ दिया था. पुलिस के पहुँचने पर ग्रामीणों को शांत कराया.
11. 23 जुलाई को बेहरारी पंचायत के वार्ड नं०- 02 निवासी कमलेश्वरी यादव के पुत्र आजाद यादव की मौत बिजली के करेंट लगने से हो गई थी.
समय रहते यदि बिजली विभाग और प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो और भी कई लोगों की जान जा सकती है. क्योंकि प्रखंड क्षेत्र मे दर्जनों जगहों पर क्षतिग्रस्त तार है.
मौत बाँट रही है बिजली की तारें, अबतक जा चुकी कई जानें
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 26, 2018
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