
कुलपति डॉ. अवध किशोर राय ने यहां पत्रकारों को बुलाकर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि कुलसचिव डॉ नरेंद्र इस विश्वविद्यालय के शिक्षक और कुलसचिव हैं। उन्हें कोई समस्या थी तो मुझे कहना चाहिए था। बिना मुझसे अनुमति लिए सीधे कुलाधिपति को इस्तीफा सौंपना नियम विरुद्ध है ।
'कदापि शोभनीय नही'
उन्होंने कहा कि मुझे अब तक उन्होंने इस्तीफे के संबंध में कोई सूचना नही दी है।लेकिन अखबार में खबर आ गई है । यह कदापि शोभनीय नही है । दरअसल मैंने विवि को पटरी पर लाने के लिए यह निर्देश जारी किया था कि किसी भी पदाधिकारी के पास तीन दिन से अधिक कोई संचिका नही रहनी चाहिए ।लेकिन डॉ नरेंद्र ने कुलसचिव के रूप में अधिकांश संचिकाओं में पृच्छा कर उसे लटका कर रखा । परीक्षा विभाग की संचिकाओं को भी लटका कर रखा । ऐसे में विश्वविद्यालय का काम बाधित होता रहा है।
'डॉ नरेंद्र द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार'
उन्होंने इस्तीफे को लेकर कुलसचिव द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि इस विवि में मेरे आने के बाद कोई वित्त संबंधी संचिका बिना वित्त परामर्शी की स्वीकृति के मैंने स्वीकृत नही किया है । वित्त परामर्शी का काम है कि वे सही और नियमानुसार भुगतान की जांच करे।यहां भी ऐसा ही होता रहा है । ऐसी स्थिति में स्पष्ट है कि डॉ नरेंद्र द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार है।
इस विवि को लीक पर लाने के लिए हमलोग यहां लगातार रहकर काम कर रहे हैं। परीक्षा लेकर सत्र नियमित करना हमारी प्राथमिकता रही है । इस प्रकार के मिथ्या आरोपों से भावनाओं को ठेस लगती है । इस अवसर पर प्रति कुलपति डॉ फारुख अली, प्रो शैलेन्द्र कुमार आदि भी उपस्थित थे ।
(रिपोर्ट: प्रदीप कुमार झा, वरीय संपादक)
BNMU: कुलसचिव के इस्तीफे पर कुलपति हुए क्षुब्ध, कहा कुलसचिव के आरोप निराधार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 02, 2018
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