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सभी फोटो: मुरारी सिंह |




एल्स्टाॅम (76 प्रतिशत) और भारतीय
रेलवेज (24 प्रतिशत) के बीच ऐतिहासिक संयुक्त उपक्रम के तहत
भारत में निर्मित, यह इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्रोजेक्ट भारत
के साथ-साथ मधेपुरा क्षेत्र में रेलफ्रेट की गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण
बदलाव दर्शाता है।
प्रत्येक ‘डब्लूएजी12‘ डबल सेक्शन लोकोमोटिव, जो कि एल्स्टाॅम के प्राइमा
लोकोमोटिव परिवार का हिस्सा है, 120 किलोमीटर प्रति घंटा की
अधिकतम गति पर 6,000 टन हाॅलिंग में सक्षम हैं और इसका श्रेय
जाता है. इसके 12,000 हाॅर्सपावर को जो कि देश भर में भारी
मालवाहक गाड़ियों के तेज एवं सुरक्षित संचलन को सक्षम बनाता है। यह इलेक्ट्रिक
लोकोमोटिव अंत में उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में टेस्टिंग एवं मेंटेनेंस डिपो का
रुख करेगी। इससे पहले इसकी पेशकश मालवाहक बेड़े के हिस्से के तौर पर मेनलाइन
नेटवर्क के तौर पर की जायेगी। इस इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को फरवरी 2018 के तय समय पर पूरा किया गया जबकि दूसरा लोको 2019 में
आयेगा।
श्री एलेन
स्पोहर, प्रबंध निदेशक-भारत एवं दक्षिण एशिया, एल्स्टाॅम ने
कहा, ‘‘एल्स्टाॅम के लिए यह बड़े ही गौरव एवं सौभाग्य की बात
है कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री ने हमारे पहले संपूर्ण इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को
हरी झंडी दिखाई है और मधेपुरा संयंत्र को देश के प्रति समर्पित किया है। देश में ‘मेक इन इंडिया‘ और कौशल पहलों के प्रति किये गये
हमारे प्रयासों का इससे मजबूत अनुमोदन कुछ और नहीं हो सकता। एल्स्टाॅम को बदलाव की
इस यात्रा में भारतीय रेलवेज के साथ जुड़कर गर्व हो रहा है। हम देश में मोबिलिटी की
दिशा में एक स्थायी भविष्य का निर्माण करेंगे।‘‘
उन्होंने आगे
बताया, ‘‘हमें भरोसा है कि यह संयंत्र बिहार में औद्योगिक विकास का मार्ग प्रशस्त
करेगी और यह क्षेत्र के लिए अवसरों के द्वार के रूप में काम करेगी।‘‘
मधेपुरा में, कंपनी स्थानीय
विनिर्माताओं को क्षेत्र में और आस-पास विनिर्माण इकाईयां स्थापित करने में सक्षम
बनाने के लिए एक पारितंत्र विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। मधेपुरा में
एल्स्टाॅम का सक्रिय एवं लक्षित कम्युनिटी ऐक्शन प्रोग्राम कौशल विकास एवं शिक्षा
पर फोकस करता है और इसके द्वारा सार्थक रोजगार के लिए 5000 से
अधिक युवाओं को तैयार किया जायेगा। कंपनी स्थानीय आइटीआई को भी गोद लेगी ताकि अगले
10 सालों में 840 स्टूडेंट्स को कौशल
विकास मुहैया कराया जा सके। इनमें से, 300 स्टूडेंट्स को
एल्स्टाॅम फैसिलिटी में प्रशिक्षु प्रोग्राम के लिए नियुक्त करेगा। इसके साथ ही
क्षेत्र के स्कूलों में मेधावी स्टूडेंट्स के लिए केंद्रित स्काॅलरशिप प्रोग्राम
पर भी काम किया जायेगा ताकि बच्चों को शुरूआती उम्र से ही विकसित किया जा सके।
कंपनी द्वारा
स्थानीय समुदायों को सपोर्ट करने की दूसरी पहलों में शामिल हैं- क्षेत्र में डाॅक्टरों
से युक्त मोबाइल मेडिकल यूनिट, स्वास्थ्य एवं सुवेच्छा जागरुकता शिविर, निशुल्क दवाई वितरण और महिलाओं एवं बच्चों के लिए विशेष सेवायें।
मौके पर एल्स्टाॅम
और भारतीय रेल के कई वरीय अधिकारियों के अलावे कई स्थानीय और कोसी के जनप्रतिनिधि
भी मौजूद थे.
(MT)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मधेपुरा विद्युत् रेल इंजन फैक्ट्री किया देश के प्रति समर्पित
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 10, 2018
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