मदरसा में तालाबंदी कर मदरसा प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी

मधेपुरा जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र के मधेली  मदरसा में रविवार को भारी अनियमित्ता को लेकर रविवार को दर्जनों लोगों ने मदरसा पहुँचकर मदरसा में तालाबंदी कर जमकर मदरसा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।


विरोध प्रदर्शन के चलते मदरसा में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो गई है । सैंकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन स्थानीय थाना में देकर मदरसा के अध्यक्ष और सचिव के ऊपर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा है कि गॉव में एक सबिरिया मजिदिया मदरसा है । मदरसा को करीब 30 बीघा से अधिक जमीन प्राप्त है. पूर्व में मदरसा के अध्यक्ष मो शकील ओर सचिव गोहर आलम को बनाया गया था.  अध्यक्ष और सचिव के द्वारा मदरसा के उपजाऊ जमीन को करीब चार वर्षों से अपने निजी उपयोग में लाकर लूट खसोट कर किया जा रहा है. मदरसा की स्थिति खराब रहने के कारण स्थानीय छात्र छात्रा मदरसा में पढ़ने के लिए नही आते हैं तथा एक भी छात्र मदरसा में रहकर पढ़ाई नही करते है. कहा कि वे लोग काफी दबंग हैं और हमलोग गरीब परिवार से आते हैं. मदरसा में बच्चों को अच्छी शिक्षा नही मिलने के कारण हमलोगों के बच्चों कीई शिक्षा बाधित हो गई है. जब हमलोगों के द्वारा मदरसा के विधि व्यवस्था को लेकर आवाज उठाया जाता है तो वे लोग हमलोगों के ऊपर ही तरह तरह इल्जाम लगाते हैं. ग्रामीणों ने गबन का भी आरोप लगाया । जिसको लेकर पुनः 7 नम्बर 2017  रोज शनिवार को एक बैठक कर पुराना कमिटी को भंग करते हुए नए कमिटी के गठन कर नई कमिटी के अनुमोदन के लिए मदरसा बोर्ड पटना को भेजा गया। कहा गया कि नई कमिटी गठन की जांच मदरसा बोर्ड के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी मधेपुरा से कराया गया। जिसके जांच रिपोर्ट में भी पुराने कमिटी को हटाने और नई कमिटी के अध्यक्ष इकरामुल हक ओर सचिव मेराज अहमद को मान्यता देने की अनुसंशा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्यान भोजन योजना के एन सादा ओर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी   के द्वारा  पत्रांक 305 दिनांक 20 अक्टूबर को किया गया था. उस वक्त मदरसा में दो शिक्षक पदस्थापित पाए गए थे जबकि उक्त मदरसा में 6 पद स्थापित है.

ग्रामीण मो जाकिर , मो कमरुद्दीन , ताहिर , गुड्डू आलम , अबसरुल हक , मो मुस्तकीम , मो जियाउद्दीन , यासमीन खातून , रेहाना खातून , जफर इकबाल सहित आदि ग्रामीणों ने बताया कि अचानक पिछले दो दिन पहले तीन व्यक्ति मदरसा में शिक्षक के रूप में योगदान करने पहुंचे जिसकी जानकारी स्थानीय लोगो को होने के बाद स्थानीय लोगो ने मदरसा पहुचकर उक्त योगदान लेने आये लोगो से नियोजन की जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने  मौखिक रूप में कहा कि हमलोग चार माह पहले से इस मदरसे में नियोजित है. ग्रामीणों के द्वारा नियोजन पत्र की मांग किया गया तो तीनों ने टालमटोल कर ग्रामीणों को नियोजन पत्र नही दिखाया। इस पर ग्रामीणों ने मदरसा के सभी शिक्षक को मदरसा से बाहर कर मदरसा में ताला बंदी कर विरोध प्रदर्शन करने लगे.

मदरसा में तालाबंदी की सूचना ग्रामीणों से मिलने पर अंचलाधिकारी ज्ञान प्रकाश शेराफिम और थानाध्यक्ष प्रसुंजय कुमार ने मदरसा पहुचकर मामले को शांत कराते हुए मदरसे में ग्रामीणों के द्वारा लगाए गए ताले को खुलवाया ओर ग्रामीणों से जांच कर दोषी पर कारवाई करने की बाते कही और उच्चस्तरीय पदाधिकारी को जानकारी भेजने की बातें कही। इस पर ग्रामीणों ने बात मानकर ताला को खोल दिया। फिलहाल स्थिति शांत है।
 
मदरसा में तालाबंदी कर मदरसा प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी मदरसा में तालाबंदी कर मदरसा प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 08, 2018 Rating: 5
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