लोक
आस्था का महापर्व उदयाचल सूर्य को अर्घ्य
देते ही समाप्त हो गया. आज सुबह से ही सिंहेश्वर मंदिर परिसर का शिवगंगा पूरी तरह खचाखच भरा हुआ था.

हालांकि
भगवान भास्कर के इंतजार में काफी देर तक लोग खड़े रहे. आखिरकार बिना सूर्य देव के
दर्शन के ही लोगों के अर्घ्य देने का सिलसिला जो शुरू हुआ समाप्त होने तक भगवान
भास्कर नजर नहीं आये.
सुरक्षा व्यवस्था की कमान सभांले ई० मनीष कुमार,
और बीडीओ अजीत कुमार इस कार्य में मुस्तैद नजर आ रहे थे. वहीं कडुआ
घाट पर सीओ कृष्ण कुमार सिंह की पैनी निगाह थी. उन्होंने विधि व्यवस्था पर खास नजर रखे हुए थे.
शिवगंगा
में किसी भी घटना से निपटने के लिए मोटर बोट पर एसडीआरएफ
की टीम तैनात थी. थानाध्यक्ष राजेश कुमार सभी घाटों पर बराबर नजर बनाये हुऐ थे. खास
कर शिवगंगा पर पूरी रात लोगों के रहने के कारण शिवगंगा अपनी एक अलग ही छटा बिखेरती
नजर आ रही थी. शिवगंगा का अपना एक विशेष महत्व है कि छठ व्रती भगवान भास्कर और
भगवान शिव का एक साथ दर्शन कर अपने को भाग्यशाली महसूस करते हैं.
सुखासन
घाट, रामपट्टी में
परवाने नदी पर प्रमुख चंद्र कला देवी और राजद के जिला उपाध्यक्ष जयप्रकाश यादव के
साथ सेवा दल के जिलाध्यक्ष दीपक कुमार यादव, मनोज यादव,
बबलू ऋषिदेव, सुबोध ठाकुर छठ व्रतियों
के सहयोग में दिखे. वहीं शिवगंगा में अर्घ्य देने का सिलसिला देर तक चलता रहा.
सिंहेश्वर मंदिर का शिवगंगा छठ में बिखेरती है अलग ही छटा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 27, 2017
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