श्रम
संसाधन विभाग बिहार, पटना
के निर्देश पर बाल श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियिमन, 1986 के अन्तर्गत मधेपुरा श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों का दल मधेपुरा जिले के आलमनगर स्थित मुख्य बाजार में अचानक धावा
बोलते हुए विभिन्न होटलों,
चाय दुकानों एवं साईकिल दुकान पर छापेमारी कर दो बाल मजदूर को
मुक्त कराते हुए अपने साथ मधेपुरा ले गया.
इस
बाबत श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी आलमनगर ने बताया कि थाना चौक स्थित धनेशर चाय दुकान
से योगेश कुमार पिता स्व० सतिश साह ग्राम पिपड़ा करोती उदाकिशुनगंज,
वहीं जयकान्त साईकिल स्टोर से मुन्ना कुमार पिता अरविन्द मंडल को
प्रतिषेध अधिनियम के तहत बाल सुधार गृह भेजा जा रहा है. वहीं संबंधित दुकान के
मालिक पर कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को रिर्पोट भेजी जा रही है.
उन्होंने
कहा कि बाल मजदूरी कराना गैर-कानूनी व मानवता के खिलाफ भी है. ऐसे लोगों को किसी
भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. वहीं बाल मजदूरों को लेकर छापेमारी के बाद प्रखंड
के वैसे दुकानदार जो चन्द रूपये देकर छोटे-छोटे बच्चों से बाल मजदूरी कराने का
जुर्म करता हैं वैसे लोगों में खौफ व्याप्त
हो गया है. छापेमारी के दौरान मौके पर श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी आलमनगर दुर्गा शंकर
प्रसाद, धावा दल के
संयोजक, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कुमारखंड शीला कुमारी,
श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी मधेपुरा संजीव कुमार चैधरी, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी शंकरपुर मनोज प्रभाकर मौजूद थे.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
‘बाल मजदूरी कराना गैर-कानूनी व मानवता के खिलाफ’: छापेमारी से दहशत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 16, 2017
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