
बैठक में उतर बिहार के सभी संकुल प्रमुख व संकुल संयोजक ने
भाग लिया। इस मौके पर सह क्षेत्रीय संगठन मंत्री शशिकांत फड़के ने कहा कि शिक्षा
गुलामी की प्रवृति को त्यागने के लिए होना चाहिए। ताकि समाज के दबे कुचले लोग
गुलामी की मानसिकता से उबर पाए। उन्होंने कहा कि सभी विद्या भारती के कार्यकर्ता
सामाजिक कार्यो में लगे रहते हैं । उसी का परिणाम है कि विद्या भारती आज के समय
में विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी संस्था बन गयी है।
संगोष्ठी को प्रदेश सचिव नकुल शर्मा ने शिक्षा के मुख्य
उद्येश्य, राष्ट्रीय भक्ति, कार्य, कार्यक्रम, कार्यकर्ता आदि बिन्दुओं पर
विस्तारपूर्वक चर्चा की। प्रदेश सचिव दिलीप कुमार झा, कोशी विभाग निरीक्षक
फणीन्द्रनाथ झा ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में दीप प्रज्ज्वलित संगठन मंत्री
के द्वारा किया गया। इसके अलावे लता कुमारी, लक्ष्मी कुमारी व सोनाली के
द्वारा वंदना गीत गाकर आगंतुको का स्वागत किया गया। हारमोनियम पर स्वाती कुमारी व ढोलक
पर विपीन कुमार ने संगत किया। कार्यक्रम में उत्तर बिहार के सभी संकुल से आए
प्रधानाचार्यो के अलावे अजय कुमार तिवारी,
प्रधानाचार्य
संतोष झा, अजय झा, विपीन झा, प्रशांत झा, विद्यालय के अध्यक्ष उमेश कुमार
सिंह समेत विद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।
(रिपोर्ट: रानी देवी)
‘शिक्षा गुलामी की प्रवृति को त्यागने के लिए हो’: लोक शिक्षा समिति की बैठक संपन्न
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 04, 2017
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