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पीड़ित लगातार चार दिनों से काट रहे थे थाना का चक्कर, लेकिन सीमा विवाद को लेकर थानेदार नहीं कर पा रहे थे मामला दर्ज. आखिर आज अमीन को बुलाकर इंच-इंच मापी कराई गई और मामला दर्ज किया गया.
क्या है पूरा मामला: जानकारी के अनुसार मधेपुरा जिले के सहायक थाना अरार और अंतर जिला सहरसा के सहायक थाना पस्तपार के बीच फंसा रहा मामला. जबकि पीड़ित ब्रजेश के मुताबिक मधेपुरा जिले के अरार में जमीन की रसीद भी कटती रही है, लेकिन फिर भी नहीं हो रहा था सहायक थाना अरार में मामला दर्ज.
इस मामले को लेकर पीड़ित ब्रजेश कुमार ने लिखित आवेदन देकर एसपी विकास कुमार से न्याय की गुहार लगाई. एसपी विकास कुमार ने तत्काल उदाकिशुनगंज पुलिस निरीक्षक को चलभाष पर वार्तालाप कर दिया स्थल निरीक्षण कर जांचकर मामला दर्ज करने का निर्देश.
एसपी विकास कुमार ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि मामला एक दूसरे थाना के सीमा विवाद से जुड़ा है फिर भी इस मामले को गंभीरता से ली जा रही है. जांच करवाकर जल्द मामला दर्ज की जाएगी. आखिर निर्देश पर आज अमीन से घटनास्थल की मापी हुई और आखिरकार घटनास्थल अरार ओपी ही निकला, जिसका दावा पीड़ित चार दिनों से कर रहा था. फिर ट्रैक्टर चोरी मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई. लेकिन चार दिनों बाद मामला दर्ज होना सिस्टम और सरकार पर एक सवाल जरुर खड़ा कर रहा है.
क्या है पूरा मामला: जानकारी के अनुसार मधेपुरा जिले के सहायक थाना अरार और अंतर जिला सहरसा के सहायक थाना पस्तपार के बीच फंसा रहा मामला. जबकि पीड़ित ब्रजेश के मुताबिक मधेपुरा जिले के अरार में जमीन की रसीद भी कटती रही है, लेकिन फिर भी नहीं हो रहा था सहायक थाना अरार में मामला दर्ज.
इस मामले को लेकर पीड़ित ब्रजेश कुमार ने लिखित आवेदन देकर एसपी विकास कुमार से न्याय की गुहार लगाई. एसपी विकास कुमार ने तत्काल उदाकिशुनगंज पुलिस निरीक्षक को चलभाष पर वार्तालाप कर दिया स्थल निरीक्षण कर जांचकर मामला दर्ज करने का निर्देश.
एसपी विकास कुमार ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि मामला एक दूसरे थाना के सीमा विवाद से जुड़ा है फिर भी इस मामले को गंभीरता से ली जा रही है. जांच करवाकर जल्द मामला दर्ज की जाएगी. आखिर निर्देश पर आज अमीन से घटनास्थल की मापी हुई और आखिरकार घटनास्थल अरार ओपी ही निकला, जिसका दावा पीड़ित चार दिनों से कर रहा था. फिर ट्रैक्टर चोरी मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई. लेकिन चार दिनों बाद मामला दर्ज होना सिस्टम और सरकार पर एक सवाल जरुर खड़ा कर रहा है.
सिस्टम पर सवाल: चार दिनों तक सीमा विवाद के कारण नहीं हो सका एफआईआर दर्ज
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 02, 2017
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