
न्याय मार्च का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय
कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अखलाक अहमद ने और संचालन राष्ट्रीय महासचिव सह
प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने किया। न्याय मार्च को बाद में एक सभा में तब्दील कर
दिया गया। इसे संबोधित करते हुए श्री अखलाक अहमद ने कहा कि अब बिहार में लोकतंत्र
नहीं बचा है। राज्य की सरकार लोकतंत्र का गला घोंट कर तानाशाही से शासन चला रहे
हैं। उन्होंने कहा कि यहां बोलने वालों को जेल मिलता है।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक
अजय कुमार बुल्गानिन ने कहा कि यह लाठी गोली की सरकार है। हिटलर से भी बड़े नीतीश
और लालू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जेल में बंद पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक व
सांसद पप्पू यादव सहित गिरफ्तार छात्र नेताओं को बिना शर्त रिहा किया जाए। राष्ट्रीय
उपाध्यक्ष रघुपति प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार और उसके पुलिस अपनी गलती
छुपाने के लिए सांसद को हथकड़ी पहनाने के मामले में वरीय पदाधिकारी को दंडित न कर
कनीय पुलिस पदाधिकारी को निलंबित किया, जो सरासर गलत है। पार्टी मांग करती है कि
अविलंब कनीय पदाधिकारी का निलंबन वापस लिया जाय और दोषी वरीय पदाधिकारियों को
दंडित किया जाए।
सभा को संबोधित करने वालों में राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता
प्रेमचंद सिंह, राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय
महासचिव सह पूर्व विधायक पप्पू खान, राजेश रंजन पप्पू, मंजयलाल राय, प्रदेश
प्रधान महासचिव एजाज अहमद, उपाध्यक्ष शंकर पटेल, प्रदेश महासचिव राजीव रंजन उर्फ
ललन सिंह, गोपाल यादव, शशि यादव, सरिता यादव, कृष्ण कुमार गौतम, निरंजन यादव,
छात्र परिषद के प्रदेश प्रधान महासचिव, आजाद चांद, मणि यादव, अखिलेश यादव, मुकेश
यादव, विक्की यादव, निरंजन यादव, सुरेंद्र
चंद्रवंशी, मनोज कुमार, रिपुसूदन कुमार, रमेश रंजन, कुणाल सिंह, ब्रजेश कुमार,
अशोक आलोक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे। (ए. सं.)

पप्पू यादव की रिहाई के लिए हथकड़ी-बेड़ी पहन कर किया प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 10, 2017
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