मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर में चार दिनों से विभागीय लापरवाही के कारण नल में पानी नही आने से सिंहेश्वरवासी परेशान हैं । वही विभाग सिविल और मेकेनिकल विभाग के चक्कर में सिंहेश्वर की जनता पिस रही है ।
आज भी सुबह जब सिंहेश्वर वासी पीएचईडी विभाग के कार्यालय पहुंचे तो वहां न तो कोई अधिकारी और ना ही कोई कर्मचारी मौजूद थे । वहां पहुंचे प्रकाश जायसवाल ने कहा कि महाशिवरात्रि जैसे मेले के मौके पर चार दिनो से मोटर जल जाने का बहाना बनाकर कर पीएचईडी कर्मी फरार हैं जेई के तबादले के बाद नये जेई न तो यहाँ आते हैं ना ही फोन उठाते हैं । वही गौरीपुर निवासी मो. समीम ने कहा पीएचईडी के अधिकारी लगातार सिंहेश्वर की उपेक्षा कर रहे हैं जबकि पूरे जिले में यहाँ एक मात्र सफल जल मीनार है । फिर भी यहाँ कर्मियों की कमी क्यों की गई? स्थानीय नीतीश कुमार ने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कर्मियों के कारण हर समय कुछ न कुछ परेशानी रहती ही है । इधर मेला शुरू होने के बाद नल से लगातार दूषित पानी आ रहा है और कोई अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं । उन्होंने ने रोषपूर्ण लहजे में कहा कि जांच करा ले अगर हम लोग गलत कहते हैं तो मुझे भी सजा दिया जाय ।
जानकारी के अनुसार देवाधिदेव महादेव की पावन धरती पर महाशिवरात्रि के अवसर पर मेला देखने आये लाखो लोगों को पीएचईडी विभाग के लापरवाह अधिकारियों के कारण पानी भी मयस्सर नही हो रहा है । मालूम हो कि मधेपुरा जिले के सबसे पुराने पीएचईडी के जल मीनार के जल पर ही सिंहेश्वर के लोग आश्रित हैं, फिर भी आये दिन कर्मियों को लापरवाही के कारण नल का जल घर नही पहुँचता है और विभाग कोई कार्रवाई नहीं करती है । सरकार की हर घर नल का जल पहुंचाने की योजना ने सिंहेश्वर वासी को पीने के पानी से भी महरूम कर दिया ।
इस बावत दिवाकर श्रीवास्तव एसडीओ मेकेनिकल ने बताया कि सरकार के द्वारा रूरल एरिया में एक ही पंप चालक रखने के आदेश आने के कारण यहाँ दूसरे पंप चालक को हटा दिया गया है । हालांकि सिंहेश्वर की व्यापकता को देखते हुए हम लोगों ने यहाँ एक और पंप चालक की मांग की है । तत्काल रंजीत कुमार को पंप चालक के गैरमौजूदगी में पंप चलाने के लिए रखा गया है । जबकि सुबह चार दिन से पानी नही आने से परेशान लोगों का हुजूम पीएचईडी पहुचा तो वहा पीएचईडी का कोई कर्मी नही था । जेई आशोक कुमार ने फोन नही उठाया । बाद में एक कर्मी लालपुर निवासी राजो कुमार वहां पहुंचा और पूछने पर बताया कि मेरी जिम्मेदारी पानी खोलने की है । पानी चढाने की जिम्मेवारी मेकेनिकल वाले त्रिपाठी जी का है । जो प्रत्येक दिन सहरसा जिला के बिहरा पचगछिया से आते हैं और चले जाते हैं । होली के कारण घर से आए नहीं इस लिए पानी टावर पर नही चढाया गया है ।
दूसरी तरफ कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने कहा कि पानी बंद रहने से सिंहेश्वर के स्थानीय लोगों के साथ साथ शिवरात्रि मेला मे आये लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है । कार्य के प्रति लापरवाह कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा ।
लापरवाह अधिकारी-कर्मी के कारण बाबा की नगरी में पानी भी मयस्सर नहीं
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 15, 2017
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