मधेपुरा जिले के मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सी पी आई( एम) द्वारा धरना एवं एवं रेल चक्का जाम का एक दिवसीय कार्यक्रम किया गया।
इस अवसर पर मुरलीगंज स्टेशन से गुजरने वाली जानकी एक्सप्रेस को रोककर अपना विरोध प्रदर्शन किया. इस कार्यक्रम में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी एवं बिहार प्रांतीय खेतीहर मजदूर यूनियन राज्य कमेटी के नेतागण एवं कार्यकर्ताओं ने उपस्थित होकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया । नेताओं ने आम जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मॉर्निंग कोर्ट कचहरी, ऑफिस आदि जाने के लिए कर्मचारी आम जनता के हित को ध्यान में रखते हुए रेलवे की समय सारणी में संशोधन करने की मांग की. कहा कि वर्तमान समय सारणी से काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है रेल प्रबंधन क्षेत्र की जनता का शोषण करने जुटा हुआ है, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर हमेशा टालमटोल की नीति अपनाई जाती है। इससे जिले में निवासरत लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि रेल प्रबंधन द्वारा क्षेत्र की उपेक्षा करने में कोई

कम्यूनिस्ट नेता गणेश मानव द्वारा इस बात का जोरदार प्रदर्शन किया गया कि यहां के मजदूरों को दिल्ली और पंजाब कहीं भी जाने के लिए सहरसा से ट्रेन पकड़नी होती है जिसके लिए ना तो कोई लिंक ट्रेन है और जो एक लिंक ट्रेन चल रही थी उसे भी बंद कर दिया गया. उसे पुनः चालू किया जाए जिससे यहां के मजदूरों एवं किसानों को हो रही कठिनाइयों से निजात मिल सके. उन्होंने रेल डीआरएम समस्तीपुर मंडल से जनहित एक्सप्रेस को बनमनखी जंक्शन और राज्यरानी को मुरलीगंज से खुलवाने की मांग भी रखी और कहा कि जी एल एक्सप्रेस पुनः चलवाई जाय, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को हो रही समस्याओं से निजात मिल सके. कहा कि ना तो देश की राजधानी के लिए यहां से सीधी रेल सेवा है और ना ही राज्य की राजधानी के लिए, कोशी एक्सप्रेस को छोड़कर. मुरलीगंज स्टेशन का प्लेटफार्म के नीचे होने के कारण यात्रियों को एवं बुजुर्ग तथा वरिष्ठ नागरिकता प्राप्त लोगों बुजुर्ग महिला बच्चों को हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द प्लेटफार्म को ऊंचा करवाने की मांग आदि को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. अपने इस प्रदर्शन में पार्टी के नेता गणेश गणेश मानव ने एवं भारतीय कमुनिस्ट पार्टी के जिलाध्यक्ष बैजनाथ प्रसाद यादव ने कहा कि रेल प्रशासन अब किसी भी काम को मंथर गति से से कर रही है। एक तरफ जहां बुलेट ट्रेन चलाने की बात होती है वहीँ यहाँ ट्रेन की गति सबसे कम है. कहा कि जब इस रूट पर अमान परिवर्तन के बाद ट्रेन का परिचालन शुरू करने के लिए ट्रायल ट्रेन 110 की गति पर चला कर निरीक्षण किया गया तो फिर आज ट्रेन की गति क्यों नहीं बढ़ाई जा रही है? एक छोटे से दूरी को तय करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है जबकि 110 पर वे रूट की ट्रांसफर कम से कम 80 किलोमीटर की रफ्तार से गाड़ी की गति सीमा बढ़ाई जानी चाहिए जिससे आम यात्री को समय की बचत के यात्रा आसान हो सके.

मुरलीगंज में जानकी एक्सप्रेस रोककर किया प्रदर्शन, रेल सुविधा बढ़ाने की मांग
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 18, 2017
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