मधेपुरा के शिक्षा जगत में उल्लेखनीय योगदान कर हजारों छात्र-छात्राओं के भविष्य को मुकाम देने वाले 82 वर्षीय शिक्षक चंदेश्वरी प्रसाद सिंह के निधन की खबर हजारों छात्र-छात्राओं और बुद्धिजीवियों को अचानक सदमे में डाल गया.
शिव नंदन प्रसाद मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक रहे सी. पी. सिंह के बुधवार को हुए निधन के बाद मधेपुरा के लक्ष्मीपुर मोहल्ला स्थित उनके आवास पर सैंकड़ों लोगों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन को जमा हो गई. बता दें कि शिक्षा के प्रति समर्पित रहे धबौली निवासी सी. पी. सिंह न सिर्फ अपने सेवा काल में बल्कि अवकाश ग्रहण के बाद भी छात्र-छात्राओं को पढ़ाते रहे थे. बताते हैं कि कई छात्रों को जहाँ उन्होंने नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की, वहीं कुछ छात्रों की इन्होने पढ़ाई में आर्थिक मदद भी की थी.
लड़कियों की शिक्षा के ख़ास हिमायती रहे शांत, संयमित और सरल स्वभाव के शिक्षक सी. पी. सिंह से शिक्षा प्राप्त करने वालों में से सैंकड़ों छात्र आज ऊँचे पदों पर आसीन हैं. वे अपने पीछे पांच पुत्र और दो पुत्रियों को छोड़ गए हैं.
कोसी के शिक्षा जगत में उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उनके निधन के बाद जहाँ मधेपुरा स्थित उनके आवास पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया वहीँ धबौली में उनके अंतिम संस्कार के समय भी छात्र और बुद्धिजीवी समेत इलाके के सैंकड़ों लोग उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े. (नि.सं.)
शिव नंदन प्रसाद मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक रहे सी. पी. सिंह के बुधवार को हुए निधन के बाद मधेपुरा के लक्ष्मीपुर मोहल्ला स्थित उनके आवास पर सैंकड़ों लोगों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन को जमा हो गई. बता दें कि शिक्षा के प्रति समर्पित रहे धबौली निवासी सी. पी. सिंह न सिर्फ अपने सेवा काल में बल्कि अवकाश ग्रहण के बाद भी छात्र-छात्राओं को पढ़ाते रहे थे. बताते हैं कि कई छात्रों को जहाँ उन्होंने नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की, वहीं कुछ छात्रों की इन्होने पढ़ाई में आर्थिक मदद भी की थी.
लड़कियों की शिक्षा के ख़ास हिमायती रहे शांत, संयमित और सरल स्वभाव के शिक्षक सी. पी. सिंह से शिक्षा प्राप्त करने वालों में से सैंकड़ों छात्र आज ऊँचे पदों पर आसीन हैं. वे अपने पीछे पांच पुत्र और दो पुत्रियों को छोड़ गए हैं.
कोसी के शिक्षा जगत में उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उनके निधन के बाद जहाँ मधेपुरा स्थित उनके आवास पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया वहीँ धबौली में उनके अंतिम संस्कार के समय भी छात्र और बुद्धिजीवी समेत इलाके के सैंकड़ों लोग उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े. (नि.सं.)
शिक्षक सी.पी. सिंह का निधन मधेपुरा के शिक्षा जगत को एक बड़ी क्षति
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 27, 2016
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