‘मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया’: प्रेमी से धोखा खाई प्रेमिका सड़क पर ही बनी कुंवारी माँ

‘ऐ मुहब्बत, तेरे अंजाम पे रोना आया
जाने क्यों आज, तेरे नाम पे रोना आया’

    कहते हैं प्यार में जब वासना का प्रवेश हो जाता है तो मुहब्बत का अंजाम दुखदाई हो जाता है. ये मधेपुरा में एक अजीबोगरीब घटना है जिसमें प्रेमी से धोखा खाए प्रेमिका ने सड़क पर ही एक बच्चे को जन्म दे दिया.
    लोगों को हतप्रभ कर देने वाली इस घटना का नायक यानि प्रेमी नीरज कुमार यादव घैलाढ का रहने वाला है जहाँ विगत तीन साल पहले उसे स्कूल में पढने के दौरान सहपाठिनी कल्पना (काल्पनिक नाम) से प्यार हो जाता है. दोनों का प्यार परवान चढ़ता है और फिर शारीरिक सम्बन्ध बनते हैं. तीन साल से चले इस मुहब्बत में सब कुछ तब तक सामान्य रहता है जब तक की कल्पना गर्भवती नहीं हो जाती है. कल्पना के गर्भवती होने के बाद प्यार परीक्षा के दौर से गुजरता है और प्रेमी प्रेमिका से कन्नी काटने लगता है. पर बात कुछ महीने बाद खुल जाती है और नीरज पर कल्पना के परिवार वाले का दवाब बढ़ जाता है. इस बीच कल्पना सात महीने की गर्भवती हो जाती है तो प्रेमी अचानक एक चाल खेलता है और कल्पना को शादी के बहाने मधेपुरा लाता है और यहाँ लाकर गर्भपात की दवा कल्पना को खिला देता है. पर कल्पना के पेट में जोर का दर्द होने पर उसे नीरज और उसके दोस्त के साथ आई प्रेमिका की माँ ने कल्पना को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. इस बीच प्रेमी वहां से खिसकने का प्रयास करता है, पर कल्पना इस बात को समझ जाती है.
       दर्द से छटपटाती कल्पना ने अब मधेपुरा पुलिस से मदद लेना बेहतर समझा और उसी हालत में थाना पहुँच गई. थाना से पुलिस कल्पना को जीप पर बैठाकर प्रेमी को खोजने निकलती है और प्रेमी आखिर धरा चला जाता है. नीरज हाजत में है और कल्पना जब फिर दर्द बढ़ने पर अस्पताल जाना चाहती है तो मधेपुरा थाना के गेट के पास ही एक चाय दूकान के बगल में वह छटपटाकर गिर जाती है और एक बच्ची का जन्म वहीं हो जाता है. उधर पुलिस के शिकंजे में फंसा प्रेमी अब शादी के लिए तैयार हो जाता है.
       मधेपुरा टाइम्स के पूछने पर नीरज स्वीकार करता है कि वही उस बच्चे का बाप है और शादी के लिए तैयार है. उधर सड़क के बगल में खून से लथपथ कल्पना की तबियत जब बिगड़ गई तो थाना के माध्यम से सदर अस्पताल को सूचना दी गई पर अस्पताल से कोई जाने को तैयार नहीं हुआ. मामला एक लड़की से जुड़ा था इसलिए आसपास के लोग भी चाहते थे कि कोई महिला ही कल्पना को उठाकर अस्पताल पहुंचा दे. पर सदर अस्पताल के डॉक्टर के सामने जब मधेपुरा टाइम्स का कैमरा खुला तो फजीहत की आशंका से फिर नजारा अचानक से बदल आया. डॉक्टर ने नर्स को कल्पना के पास भेजा जहाँ बच्ची की नाभि काटकर नर्स ने उसे माँ से अलग किया और फिर उन्हें रिक्शा पर बिठाकर अस्पताल लाया गया. अस्पताल में नर्सों का कहना है कि बच्ची सात माह की है और जच्चा को अबार्शन की दवा खिला दिए जाने के कारण नवजात बच्ची के बचने की उम्मीद कम है.
      मधेपुरा थाना ने प्रेमी और प्रेमिका के अभिभावकों को खबर भेज दी है और यदि सबकुछ सामान्य रहा तो दोनों की शादी आज ही कराई जा सकती है.
(रिपोर्ट: महताब अहमद)
‘मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया’: प्रेमी से धोखा खाई प्रेमिका सड़क पर ही बनी कुंवारी माँ ‘मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया’: प्रेमी से धोखा खाई प्रेमिका सड़क पर ही बनी कुंवारी माँ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 13, 2015 Rating: 5

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