सहरसा में सोशल मीडिया का यादगार मिलन समारोह: दिग्गज कवियों ने भी कार्यक्रम को बनाया असरदार

ये एक अद्भुत क्षण था और शायद इसकी कल्पना कोसी के किसी भी व्यक्ति ने कुछ साल पहले तक नहीं की होगी. सोशल मीडिया कोसी में धूम मचा रहा है और आज सहरसा जिला मुख्यालय का रेड क्रॉस भवन इसका गवाह बना तो फेसबुक पर सहरसा ग्रुप के एडमिन और सदस्यों ने ऐसे कार्यक्रम को सफल बनाकर कोसी में सोशल मीडिया के यूजर्स को एक नई दिशा दे दी.
    मिलन समारोह सह कवि सम्मलेन के इस कार्यक्रम का उद्घाटन पटना से आये कवि शहंशाह आलम, राजकिशोर राजन, कवि अरविन्द श्रीवास्तव, मुक्तेश्वर मुकेश, किसलय कृष्ण, मधेपुरा टाइम्स के संपादक राकेश सिंह, सहरसा ग्रुप के एडमिन कुमार रविशंकर, सोमू आनंद, प्रो० अरविन्द मिश्र नीरज आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
    कार्यक्रम की शुरुआत ‘सोशल मीडिया की उपयोगिता’ पर व्याख्यान से हुआ. व्याख्यान में मुख्य रूप से पूर्व में पत्रकार रह चुके किसलय कृष्ण, विमलकांत झा, अमित आनन्द, राकेश सिंह, सोमू आनन्द, कृष्णमोहन सोनी आदि ने सोशल मीडिया की बुराइयां समेत इसके सदुपयोग पर विस्तार से चर्चा की.
    किसलय कृष्ण ने जहाँ फेसबुक पर जबरन टैग की वजह से पोस्ट का दूरगामी असर न होने की बात की वहीँ विमलकांत झा ने कहा कि अब सोशल मीडिया जरूरत बन चुकी है. सोशल मीडिया पर सक्रिय अमित आनन्द ने इसकी उपयोगिता पर चर्चा करते हुए कहा कि इसके आने के बाद आज हर यूजर संपादक की भूमिका में है और जहाँ प्रिंट पर कोई खबर 24 घंटे के बाद आती है वहीँ सोशल मीडिया पर रियल टाइम’ पर सूचना मिल जाती है. ईस्ट और वेस्ट अकादमी के डॉ. रजनीश रंजन ने सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप पोस्ट से बचने की सलाह देते हुए कहा कि इसका प्रयोग समाज को बेहतर बनाने में हो. सोमू आनन्द ने इसे पारम्परिक मीडिया का विकल्प बताते हुए पारंपरिक मीडिया की गिरावट पर भी चोट की.
   सोशल मीडिया की उपयोगिता पर मुख्य वक्ता के रूप में मधेपुरा से विशेष तौर पर आमंत्रित मधेपुरा टाइम्स के संपादक और सायबर लॉ में एशियन स्कूल और सायबर लॉ, पुणे से सम्मानित राकेश सिंह ने फेसबुक पर सहरसा ग्रुप की तारीफ करते हुए कहा कि इसके 17,500 सदस्य रियल मेम्बर्स हैं, जो कोसी के लिए गौरव की बात है. उन्होंने सोशल मीडिया की प्रमाणिकता बढ़ाने और इसके दुरूपयोग पर चिंता जताते हुए इसे और उपयोगी बनाने के तरीकों पर चर्चा की. श्री सिंह ने यह भी कहा कि इस तरह का आयोजन पूरे कोसी के लिए गौरव की बात है जहाँ ‘वर्चुअल’ लाइफ को ‘रियल’ में बदलने का प्रयास किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया के अबतक तीन प्रकार प्रिंट, इलेक्ट्रानिक और न्यू या वेब मीडिया ही माने जा रहे थे, पर फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्स-अप आदि ने जिस तरह अलग मुकाम हासिल कर लिया है उसे देखते इसे चौथे प्रकार में रखे जाने का समय आ गया है.
    सहरसा फेसबुक ग्रुप के एडमिन कुमार रवि शंकर और सोमू आनंद के सफल मंच सञ्चालन में कार्यक्रम में अगली प्रस्तुति शशि सरोजनी रंगमंच सेवा संस्थान के बच्चों ने ‘बन्दे मातरम्’ गीत की जबरदस्त प्रस्तुति से खचाखच भरे हॉल में लोगों का मन मोह लिया.
    अगले चरण में कवि सम्मलेन में जहाँ पटना से आए कवि शाहंशाह आलम और राजकिशोर राजन ने लोगों की खूब तालियाँ बटोरी वहीँ स्थानीय कवि अरविन्द श्रीवास्तव, किसलय कृष्ण, मुक्तेश्वर मुकेश, युवा कवियित्री स्वाती शाकम्भरी, प्रो० अरविन्द मिश्र नीरज आदि ने भी मनमोहक और संवेदनशील प्रस्तुति से श्रोताओं के प्रशंसा के पात्र बने.
    कुल मिलाकर यह कार्यक्रम अनूठा और यादगार रहा. कार्यक्रम को सफल बनाने में कुमार रविशंकर, सोमू आनंद, पंकज आदि के अलावे शशिशेखर सम्राट, डॉ० रजनीश रंजन आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
सहरसा में सोशल मीडिया का यादगार मिलन समारोह: दिग्गज कवियों ने भी कार्यक्रम को बनाया असरदार सहरसा में सोशल मीडिया का यादगार मिलन समारोह: दिग्गज कवियों ने भी कार्यक्रम को बनाया असरदार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 16, 2015 Rating: 5

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