ध्यान मध्यान्ह भोजन पर, आते हैं 10 में, हाजरी बनाते हैं 9 का: हाल विद्यालय का

लगातार  गिर रही  शिक्षा व्यवस्था  को दुरुस्त करने का दूर-दूर तक  कोई  विकल्प  नजर नहीं आ रहा है.  प्रतीत होता है कि इसका सीधा सा कारण है कि शिक्षकों  का  पूरा ध्यान मध्यान्ह भोजन में  किस तरह से  पैसा बचाया जाए, इस पर ही रहता है.
     ताजा मामला है सिंहेश्वर प्रखंड के अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय गुलतारा में जब ग्रामीणों के  शिकायत पर 9.45 बजे संवाददाताओ की टीम पहुंची. विधालय में  शिक्षक नही पहुँचे थे और बच्चे बाहर खेल रहे थे. ग्रामीणों ने मोबाइल पर प्रधानाचार्य को सूचित किया तो 10 बजे प्रधानाचार्य ने आते ही कार्यालय खोल कर 9 बजे का  हाजरी बनाया. वहीं  उनके साथ। आये शंभू  कुमार और रजनीश कुमार ने 10 बजे  का समय  भरा. बाद में  आये  शिक्षकों  ने भी  शिड्यूल के  मुताबिक  9 बजे का समय भर कर बाहर ग्रामीणों को ही विद्यालय की शिकायत नहीं  करने  सलाह  देते रहे. ग्रामीणों ने  बताया  कि 11  जुलाई से 24  जुलाई  तक मध्यान्ह भोजन  नहीं  बना है तो बच्चों ने बताया कि शनिवार से मध्यान्ह भोजन शुरू हुआ है. वहीं प्रधानाचार्य  मो. नाजमुद्दीन साहब ने कहा कि मध्यान्ह भोजन 15 जुलाई से 21 तक बंद है. रसोईया ने कहा मध्यान्ह भोजन  लगभग दस दिन से बंद है. मध्यान्ह भोजन का पंजी प्रधानाचार्य  के घर पर ही रहने  के कारण उसका निरीक्षण नही हो सका.
      इससे कुछ दिन पूर्व भोजन में कीड़ा निकलने पर छात्रो ने सडक  जाम कर दिया था. उस समय भी मध्यान्ह भोजन  का पंजी  घर पर ही था, अधिकारियों ने  इस बात पर प्रधानाचार्य को फटकार भी लगाई  थी. इस बावत  बीईओ यदुवंश प्रसाद ने कहा  मामले की जांच कर  सख्त कारवाई की  जायेगी.
ध्यान मध्यान्ह भोजन पर, आते हैं 10 में, हाजरी बनाते हैं 9 का: हाल विद्यालय का ध्यान मध्यान्ह भोजन पर, आते हैं 10 में, हाजरी बनाते हैं 9 का: हाल विद्यालय का Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 30, 2015 Rating: 5

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