मधेपुरा नगर परिषद् क्षेत्र में कार्य प्रगति पर है,
रूकावट के लिए खेद है. और खेद रहेगा, क्योंकि रूकावट यहाँ स्थायी है.
मधेपुरा
नगर परिषद् क्षेत्र में बनने वाले नाले बनने से पहले ही टूटकर बिखरने लगते हैं. शहर
भर में मास्टर प्लान से बन रहे करोड़ों के नाले का अंजाम तो लोग बाद में देखेंगे कि
यह सफल होता है या फिर नाले के नाम पर करोड़ों इधर-से-उधर हो जाते हैं, पर जिला
मुख्यालय के वार्ड नं. 20 के राज इन्फोटेक कम्प्यूटर संस्थान वाली सड़क में पहली
बारिश में ही निर्माणाधीन नाले का जो हश्र हुआ है, वो दर्शाने के लिए काफी हैं कि
यहाँ के अधिकारी-जनप्रतिनिधि कितने जिम्मेवार हैं और जनता का क्या हश्र होने वाला
है. नाला गिर चुका है और साथ में इस सड़क में रहने वाले लोगों की रही-सही उम्मीद भी
धराशायी है.
यहाँ के
लोग बताते हैं कि एक महीने से इस सड़क में पतले नाले का निर्माण कराया जा रहा है और
सड़क की स्थिति नारकीय है. एक तो यहाँ के ‘बुद्धिजीवियों’ ने सड़क का जमकर अतिक्रमण किया है ऊपर से अब नाला बना भी
नहीं और कई लोग शौचालय का कनेक्शन भी इस नाले से करने लगे हैं. मतलब आने वाले समय
में यहाँ के लोगों को जिन्दा में नरक-भोग होने वाला है.
लोग
कहते हैं, किसी से कोई उम्मीद नहीं बची है. बदहाली के जिम्मेवार लोगों को इसी नाले
में डूबकर मर जाना चाहिए. (नि.सं.)
नगर परिषद् के नाले की खुली पोल: पहली बारिश में ही रसातल में
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 26, 2015
Rating:
No comments: