विकास या तो मोदी जी के शब्दों में नजर आता है या
फिर नीतीश जी के पोस्टरों में. मधेपुरा में तो कई इलाकों ने अभी तक विकास का मुंह
नहीं देखा है.
जिले के
गम्हरिया प्रखंड के बभनी में आज गड्ढे वाली सड़क से आजिज लोगों ने सडक पर ही धान के
पौधे लगा दिए. लोगों का आरोप था कि यहाँ चुनाव के समय नेता वोट बटोरने जब आते हैं
तो सड़क बनवा देने के आश्वासन देकर चले जाते हैं. लोगों की फ़िक्र न तो स्थानीय
जनप्रतिनिधि को है न ही सरकार को. बरसात में सड़कों के गड्ढे में पानी भर जाता है
और दुर्घटना दिन भर में यहाँ दर्जनों बार हो जाती है. ऐसे में अंधी सरकार और
प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने के लिए आज हमलोगों ने यहाँ धान ही बो दिया है. लोगों ने बताया कि यहाँ रोज दर्जनों वाहन फंस जाते हैं जिन्हें धकेल कर निकलना पड़ता है.
74
वर्षीय स्थानीय बंशीधर चौधरीविकास के दावे पर सरकार और प्रशासन की खिल्ली उड़ाते
हुए कहते हैं कि इस रोड कि हालत खेत से भी बदतर है. इसलिए सोचा कि इसे बेकार क्यों
जाने दूं, कुछ फसल ही सड़क से हो जाय और हमने धान रोप दिया. वे कहते हैं मेरी उम्र
74 साल है और मैं पन्द्रह साल से यहाँ इस गड्ढे में गिरते-पड़ते बहू-बेटियों और
बच्चों को उठाने का काम करता हूँ. पर वे कहते हैं- ‘मन में है जवानी, बुढ़ापा करता है परेशानी’.
जाहिर
है इनके मन में अब सरकार और प्रशासन के खिलाफ नफरत पनप रही है जो किसी जिले के
विकास का लक्षण नहीं हो सकता है.
टूटे सड़क पर लगातार पानी जमाव से आजिज लोगों ने सड़क पर ही धान रोपा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 30, 2015
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