कोसी व अंग के मिलन पर मनेगी दीवाली: विजय घाट पुल का उद्घाटन कल

बहुप्रतीक्षित विजयघाट पुल के उद्घाटन के साथ ही कोसी व अंग क्षेत्र के मिलन की लोगों की वर्षो की आस पूरी हो जाएगी. कोसी नदी पर बने विजयघाट पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. शिलान्यास के करीब 5 साल बाद पुल बनकर तैयार है.
      पुल के उद्घाटन को लेकर पूरे इलाके के लोगों में जबरदस्त उत्साह है और बहुत से लोगों ने इस अवसर पर दीवाली मनाने की सोच रखी है. हालाँकि बहुत से लोगों को ये बात खाल रही है कि 05 अगस्त 2010 को जब इस महासेतु का शिलान्यास हुआ था तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शाहनवाज हुसैन, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, अश्विनी चौबे, पथ निर्माण मंत्री डा० प्रेम कुमार आदि भी उपस्थित थे. पर अब दिल आपस में टूट चुके हैं और नीतीश कुमार अब बिना भाजपा के नेताओं के साथ उदघाटन समारोह करेंगे.
      उद्घाटन समारोह की तैयारी विजयघाट पुल के समीप ही करने की की गई है. मंच एवं हेलीपैड का निर्माण हो लगभग हो चुका है और शिलान्यास जहाँ चौसा के जनता हाई स्कूल परिसर से रिमोट के वार किया गया था वहीँ इस बार सभा स्थल भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल में है.
फोर लेन की इस पुल की लंबाई 1840 मीटर है. 12 किलोमीटर लंबी फोर लेन सड़क का भी निर्माण कराया जा रहा है. इसकी निर्माण लागत 36780.67 लाख रुपये है. विजय घाट पुल चालू हो जाने के बाद मधेपुरा जिले के बिहारीगंज, पुरैनी समेत पूरे इलाके की दूरी भागलपुर से काफी कम हो जायेगी. वर्तमान में जहाँ मधेपुरा जिला मुख्यालय से चौसा होते हुए भागलपुर की दूरी 142 किलोमीटर है वहीँ विजय घाट पुल बनने से यह दूरी सिमट कर महज 102 किलोमीटर रह जायेगी. अभी मधेपुरा के चौसा 57 किलोमीटर और चौसा से भागलपुर 85 किलोमीटर है जबकि इस पुल से आवागमन शुरू हो जाने के बाद चौसा से भागलपुर की दूरी सिर्फ 45 किलोमीटर रह जायेगी. हालंकि पुल भले ही बन और सज-संवर कर पूरी तरह तैयार है पर पुल के संपर्क पथ का बनना अभी बांकी है. ग्रामीणों के विरोध की वजह से भटगामा के बाद कुछ दूरी तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. (चौसा से आरिफ आलम के साथ बिहारीगंज से दिव्य प्रकाश की रिपोर्ट)
कोसी व अंग के मिलन पर मनेगी दीवाली: विजय घाट पुल का उद्घाटन कल कोसी व अंग के मिलन पर मनेगी दीवाली: विजय घाट पुल का उद्घाटन कल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 16, 2015 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.