युद्धस्तर पर जिला प्रशासन पहुंचा रहा है पीडितों को राहत: सात मृतकों के परिजनों को दिए 4-4 लाख, किया क्षति का प्रारंभिक आकलन



तूफ़ान
ने न सिर्फ कई घरों में मौतें दीं बल्कि जिले के करीब 35 हजार हेक्टेयर में लगी
मक्के की फसल को भी बर्बाद कर दिया. मधेपुरा के डीएम गोपाल मीणा के दिशा निर्देश
में जिला प्रशासन तूफ़ान की रात से ही क्षति आकलन में जुटा हुआ है और पीड़ितों को
फौरी आर्थिक सहायता भी तेजी से दी जा रही है. जिला प्रशासन के आकलन के मुताबिक
जिले भर में 1118 झोंपड़ी क्षतिग्रस्त होकर बर्बाद हो गई है. आंशिक रूप से 367
कच्चे घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और दो कच्चे घर पूर्णतया क्षतिग्रस्त हैं.
मक्का
के अलावे आम, लीची, पपीता, केला, प्याज, भिन्डी, खीरा तथा अन्य शब्जियों की
बर्बादी का आकलन भी जिला प्रशासन के द्वारा किया गया है.
जिले भर
में इस तबाही से मरे सात लोगों के परिजनों को जिला प्रशासन ने 4,00,000 (चार लाख
रूपये) प्रत्येक की दर से अनुग्रह अनुदान दिए हैं. इनके नाम हैं, डबलू कुमार (19
वर्ष, डुमरिया कोल्हायपट्टी, मुरलीगंज), बिंदा देवी, 55 वर्ष, मोरकाही, पोखराम,
मुरलीगंज), युगेश्वर यादव (50 वर्ष, कोल्हायपट्टी, मुरलीगंज), बिंदा देवी (55
वर्ष, रमणी, गंगापुर, मुरलीगंज), रानी कुमारी (10 वर्ष, डुमरिया कोल्हायपट्टी,
मुरलीगंज), पार्वती देवी (63 वर्ष, बैजनाथपुर, राजगंज, बिहारीगंज), देवाशीष कुमार
(10 वर्ष, मदनपुर पंचायत, गांधी टोला, मधेपुरा). इसके अलावे भी दो अन्य मृत
व्यक्ति जिनमे से एक पुरैनी के महंती यादव और जोरगामा, मुरलीगंज के एक व्यक्ति
जिनकी मौत पूर्णियां में हो गई है, के पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने और पुष्टि
होने पर उनके परिजनों को अनुग्रह अनुदान की राशि उपलब्ध कराई जायेगी.
तूफ़ान
में विद्युत विभाग को भी करीब 23 लाख 10 हजार रूपये की क्षति पोल, ट्रांसफार्मर,
कंडक्टर, डीपी सेट, फीडर आदि के नुकसान से हुआ है. जिले में अधिकाँश जगहों पर
विद्युत आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है.
जिला
आपदा विभाग प्रभावित परिवारों को तेजी से राहत देने के कार्य में लगा है. क्षति का
और आकलन भी भी जारी है. (नि० सं०)
युद्धस्तर पर जिला प्रशासन पहुंचा रहा है पीडितों को राहत: सात मृतकों के परिजनों को दिए 4-4 लाख, किया क्षति का प्रारंभिक आकलन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 24, 2015
Rating:

No comments: