कहते हैं प्रतिभा किसी भी परिस्थिति का मुहताज नहीं
होती. मधेपुरा की दस वर्षीया श्रुति इसका एक बड़ा उदहारण है. शास्त्रीय संगीत के
प्रति रुझान बचपन से दिखा और टीवी के सामने जब होश सँभालते श्रुति ने नृत्य करना
शुरू किया तो परिवार के लोगों ने भी नन्ही श्रुति को प्रोत्साहित किया और आज दस
साल की श्रुति के पैर जब थिरकते हैं तो दर्शक सुध-बुध खो बैठते हैं.
मधेपुरा
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नं. 20, गुलजार के रहने वाले मुकेश झा और प्रीति झा की
दस वर्षीया बेटी श्रुति में जब नृत्य कला स्वाभाविक रूप से विकसित होना शुरू हुआ तो आंटी
(‘बड़ी मॉम’- जैसा श्रुति कहती है) और मधेपुरा
कॉलेज में वाणिज्य की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर आरती झा ने उसे नृत्य सिखाने की
जिम्मेवारी अपने ऊपर ले ली. शास्त्रीय गाने रिकॉर्ड करना, टीवी और इंटरनेट से
गानों पर देश की नामचीन हस्तियों के नृत्य के ‘स्टेप्स’ को गहराई से देखकर श्रुति को उसका अभ्यास कराना मानो आरती
झा की दिनचर्या में शामिल हो गया.
नियमित
अभ्यास रंग लाया और स्थानीय होली क्रॉस स्कूल की चौथी कक्षा की श्रुति ने जब
स्कूलों, शहर के गणेश उत्सव, वंडर किड्स प्रतियोगिता आदि में भाग लेना शुरू किया
तो दर्शकों ने नृत्य पर श्रुति की पकड़ को देखकर दांतों तले अंगुलियां दबा ली. इस
नन्ही श्रुति के नृत्य के सामने इस कला में दिग्गज माने जाने वाले कई क्लासिकल
डांसर भी फीके नजर आते हैं.
पर
बेहतरीन प्रस्तुति के बावजूद श्रुति कश्यप डांस को अपना कैरियर नहीं बनाना चाहती है. कहती है डांस उसका महज शौक है और डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना उसका लक्ष्य.
मधेपुरा
टाइम्स पर श्रुति के मंत्रमुग्ध कर देने वाले एक्सक्लूसिव क्लासिकल डांस को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें. महिला
दिवस पर मधेपुरा की इस बेटी को टाइम्स परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं.
(ब्यूरो रिपोर्ट)
श्रुति कश्यप: उम्र महज 10 साल पर शास्त्रीय नृत्य ऐसा कि हो जायेंगे आप मंत्रमुग्ध
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 08, 2015
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