
अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए सांसद ने कहा
कि हम अच्छे माहौल में विश्वास के साथ काम करना चाहते हैं. हम अपने व्यवहार से माहौल
को बदल सकते है. आंगनबाड़ी को लूट का नाम देते हुए कहा कि इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार
है. राजस्व में सबसे ज्यादा हो रही लूट व जमीन विवाद के कारण गरीबों का शोषण हो रहा
है और साथ ही जनवितरण प्रणाली भी लूट प्रणाली बन कर रह गई है. कार्यालय को दलालों भ्रष्टाचारियों
सें मुक्त करें और दीवारों पर दलालों से सावधान रहने की बात लिखवाये. सांसद श्री यादव
ने कहा कि मनरेगा की लूट को रोकना होगा और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के कारण ही शिक्षा
व्यवस्था चौपट है.
बैठक के बाद सांसद ने जनता दर्शन
के दौरान कहा हम जनता दरबार के खिलाफ हैं इस लिए हम जनता दर्शन कहते है. दरबार तो राजाओं
का होता है हम जनताओं का नही.
जनता ‘दरबार’ के हूँ खिलाफ, इसलिए जनता ‘दर्शन’ करता हूँ: सांसद
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 13, 2015
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