
मधेपुरा
टाइम्स ने गत 16 अगस्त 2014 को दारोगा की पत्नी के द्वारा लगाये आरोप और उपलब्ध
कराये गए साक्ष्य पर एक खबर प्रकाशित की थी: इन्साफ के लिए भटक
रही दारोगा की पत्नी: हुस्ना बानो के हुस्न में मदहोश दारोगा जी.
उस समय
तक दारोगा के० के० चौधरी की पत्नी समाज में इज्जत के भय से कैमरे के सामने आना
नहीं चाहती थी. पर बिहार के
आरा जिला के जमीरा गाँव निवासी दारोगा की पत्नी विमला देवी के सब्र का बाँध अब टूटता नजर आ रहा है.
विमला
कहती है कि उस रखैल के कारण हम बर्बाद हो चुके हैं. कहती है कि रखैल हुस्ना बानो,
जिसके दरोगा से पहले तीन लोगों के साथ अवैध सम्बन्ध हैं, के चक्कर में पति ने
विमला से चार बेटे और एक शादी करने योग्य बेटी को नकार दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दारोगा
जी जब मोतिहारी में थे तब ही खाना बनाने वाली हुस्ना बानो ने दारोगा जी को अपने
जाल में फंसा लिया था. बताया जा रहा है कि वर्तमान दारोगा जी की प्रेमिका हुस्ना
बानो की पहले शादी चुकी थी और पति का इंतकाल हो गया था, जिससे हुस्ना के चार बच्चे हैं, जिसका भरणपोषण
दारोगा जी ही कर रहे हैं. इसके अलावे हुस्ना से सम्बंधित वर्ष 2009 के एक परिवाद
पत्र, जो मोतिहारी कोर्ट में दायर किया गया है, में हुस्ना ने दो अन्य व्यक्तियों पर शादी का झांसा देकर उसके साथ यौन
शोषण करने की बात कबूली है.
इधर
दारोगा की पत्नी कहती है कि उदाकिशुनगंज के थानाध्यक्ष और बाकी पुलिस भी उसके पति
और उस रखैल का ही साथ ददे रहे हैं. दारोगा के बेटे जब थाना जाते हैं तो वे लोग
विमला के बेटे को पीटते भी हैं. उसने जिले के आलाधिकारियों के पास भी अपनी गुहार
लगाई है, पर सब व्यर्थ. उधर दारोगा जी इस मुद्दे पर कुछ कहने सामने नहीं आ रहे हैं.
विमला
देवी ने मधेपुरा टाइम्स के कैमरे पर जो कहा वो पति और उदाकिशुनगंज के थानाध्यक्ष के
खिलाफ काफी आपत्तिजनक है और यदि पुलिस विभाग के आलाधिकारी को इस बात की जानकारी है
तो दारोगा के० के० चौधरी जैसे इंसान को सरकारी सेवा में किसी पद पर बनाये रखना
कहीं से उचित प्रतीत नहीं होता है.
(नि० सं०)
पत्नी खुलकर आई सामने, मधेपुरा में पदस्थापित दारोगा पति की चरित्रहीनता हद से पार !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 17, 2015
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