एक बार नहीं सौ बार होगा,
अरे मुझसे न इन्तजार होगा
आज का सबक अब याद हम करेंगे
वो तो ठीक है मगर, वो कब करेंगे.’
वर्ष
1986 में रिलीज अमिताभ बच्चन, जया प्रदा और श्रीदेवी अभिनीत फिल्म ‘आखिरी रास्ता’ का ये गाना भले ही भारतीय फिल्म
प्रेमियों के मनोरंजन के लिए बनाया गया हो, पर मधेपुरा के एक गुरुजी ने इस गाने को
हकीकत में बदलते हुए अपनी छात्रा को ही मुहब्बत के मकड़जाल में फांस लिया. मुरलीगंज
थाना के तमोट परसा स्कूल के शिक्षक मृत्युंजय कुमार ने मैट्रिक पास छात्रा को
भगाने से पहले यह नहीं सोचा कि उसकी अपनी एक पत्नी और बच्चे भी हैं और जिस छात्रा
को वह जन्नत दिखाने का झांसा दे रहा है वह उसकी बेटी की उम्र के आसपास की है. पर
इलाके में तनाव को देखते हुए मुहब्बत की पेंग बढ़ाकर छात्रा को प्रेम-जाल में फंसा
कर भगा ले जाने वाले आरोपी शिक्षक को मुरलीगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
मधेपुरा
के एसपी आनंद कुमार सिंह ने इनकी गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चूंकि
छात्रा के परिजनों द्वारा बहलाफुसला कर नाबालिग के अपहरण का आरोप पुलिस में दर्ज
कराने के बाद इस घटना से उस इलाके में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया था, इसलिए
पुलिस में इसे चुनौती के रूप में लेकर एक टीम तैयार की थी जो पटना और दिल्ली गई थी
और बहुत ही कम समय में आरोपी शिक्षक और छात्रा की बरामदगी कर ली गई. छात्रा को
जहाँ उसका बयान (164 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत) दर्ज कराने न्यायालय और गुरूजी
को जेल भेजा रहा है.
उधर
तमोट परसा मिड्ल स्कूल के इस संविदा शिक्षक मृत्युंजय कुमार के खिलाफ प्रखंड
शिक्षा पदाधिकारी ने प्रशासन को इसका नियोजन रद्द करने से सम्बंधित अनुशंसा भेज दी
है. अब देखना है कि गुरु जी की नौकरी जाती है या नहीं पर यदि गुरु जी की नौकरी बच
जाती है तो छात्राओं को ऐसे गुरु से बचकर रहने की जरूरत है, क्योंकि इस मास्टर
साहब का-
‘दिल तो पागल है, दिल दीवाना है.’
‘पहले पढ़ाई फिर प्यार होगा’: फरार गुरु-शिष्या चढ़ गए पुलिस के हत्थे
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 26, 2014
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